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Birla Fertility & IVF
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ओवुलेशन क्या है और कब होता है (Ovulation Meaning in Hindi)

  • Published on March 28, 2022
ओवुलेशन क्या है और कब होता है (Ovulation Meaning in Hindi)

मां बनना एक सुखद एहसास है। गर्भावस्था हर महिला के जीवन का एक खास पल होता है। अगर आप गर्भधारण करने यानी मां बनने की योजना बना रही हैं तो आपको मेंस्ट्रुअल साइकिल के बारे विस्तार से पता होना चाहिए, क्योंकि गर्भावस्था से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान है ओवुलेशन।

ओवुलेशन क्या है (Ovulation Meaning in Hindi)

ओवुलेशन को ओव्यूलेशन भी लिखा जाता है। महिला के अंडाशय से अंडा रिलीज होने की प्रक्रिया को मेडिकल की भाषा में ओवुलेशन कहा जाता है। ओवुलेशन के दौरान अंडा अंडाशय से बाहर निकलकर फैलोपियन ट्यूब में चला जाता है जहां पुरुष स्पर्म के साथ फर्टिलाइजेशन की क्रिया पूरी होती है।

ओवुलेशन के दौरान एक महिला का शरीर पूर्ण रूप से फर्टाइल होता है। इस दौरान असुरक्षित सेक्स (Unprotected Sex) करने से गर्भ ठहरने की सबसे अधिक संभावना होती है। अगर कोई महिला गर्भधारण नहीं करना चाहती है तो उसे इस दौरान सेक्स से परहेज करना चाहिए।

अनियमित ओव्यूलेशन (Irregular Ovulation)

अनियमित पीरियड्स की वजह से ओवुलेशन नियमित रूप से नहीं होता है। इसके अलावा, पॉलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (पीसीओएस), मोटापा, कम वजन और थायराइड जैसी समस्याओं के कारण ओवुलेशन में अनियमितता आ सकती है। इन समस्याओं को दूसर करने के लिए डॉक्टर आमतौर पर जीवनशैली और खान-पान में सकारात्मक बदलाव लाने का सुझाव देते हैं।

ओवुलेशन कब होता है (When does ovulation occur in Hindi)

आमतौर पर ओवुलेशन 28 दिनों के मासिक धर्म चक्र में 14वें दिन के आसपास होता है। हालांकि, हर महिला का मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का नहीं होता है। इसलिए ओवुलेशन का सटीक समय हर महिला में अलग-अलग हो सकता है।

जिस महिला का मासिक चक्र 28 दिन का होता है, वह 14वें दिन ओवुलेट करती है, जिसका मासिक चक्र 21 दिन का होता है, वह 7वें दिन ओवुलेट करती है और जिस महिला का मासिक चक्र 35 या 36 दिनों का होता है, वह 21वें दिन ओवुलेट करती है।

ओवुलेशन कैलकुलेटर (Ovulation Calculator in Hindi)

ओवुलेशन कैलकुलेटर (ovulation calculator) फर्टिलिटी का समय और मासिक धर्म चक्र का अनुमान दर्शाता है। इसकी मदद से आप आने वाले महीने के सबसे फर्टाइल दिनों का पता लगाकर उसके आधार पर गर्भधारण करने के लिए पहले ही योजना बना सकती हैं। ओवुलेशन कैलकुलेटर की मदद से एक महिला अपने ओवुलेशन की अवधि का समय और फर्टाइल विंडो निर्धारित कर सकती है।

आमतौर पर यह अनुमान लगाया जाता है कि ओवुलेशन से पांच दिन पहले से लेकर ओवुलेशन के दिन तक संबंध बनाने से महिला के गर्भधारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है। चूंकि पुरुष के स्पर्म का जीवनकाल 5 दिनों और महिला के अंडे का जीवनकाल 24 घंटों का होता है। इसलिए इस अवधि के दौरान संबंध बनाने से महिला के गर्भवती होने की सबसे अधिक संभावना होती है।

ओवुलेशन कैलकुलेटर की मदद से एक महिला अपने पिछले मासिक धर्म की शुरुआत, उसकी औसतन अवधि और मासिक धर्म चक्र की लंबाई का पता लगा सकती है। फिर उसके आधार पर अपनी सबसे सटीक फर्टिलिटी विंडो को सफलतापूर्वक निर्धारित कर सकती है।

ओवुलेशन के लक्षण (Ovulation symptoms in Hindi)

कुछ ऐसे लक्षण हैं जिनकी मदद से इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि एक महिला का अंडाशय ओवुलेशन की क्रिया से गुजर रहा है। ओवुलेशन के कुछ मुख्य लक्षण निम्न हैं:-

  • पेट निचले हिस्से में हल्का दर्द और ऐंठन होना
  • सेक्स करने की इच्छा बढ़ना
  • योनि में सूजन आना
  • स्तनों में संवेदनशीलता आना
  • शरीर का तापमान कम होना फिर बढ़ जाना
  • सर्वाइकल म्यूकस का सफेद, पतला, चिकना और साफ होना
  • सर्विक्स का कोमल होकर खुल जाना
  • सिर में दर्द होना
  • कभी-कभी जी मिचलाना

ओवुलेशन पीरियड क्या है (Ovulation period in Hindi)

अगर आप गर्भधारण करने की कोशिश कर रही हैं तो आपको पता होना चाहिए कि आप कब ओवुलेट करेंगी, क्योंकि इससे काफी मदद मिलती है। ओवुलेशन पीरियड 12-28 घंटों का होता है।

हालांकि, स्पर्म महिला प्रजनन मार्ग में 72 घंटों से अधिक जीवित नहीं रह सकते, आप ओवुलेट करने से पांच दिन पहले और ओवुलेट करने के एक दिन बाद प्रेगनेंट हो सकती हैं।

फर्टिलिटी विंडो उस समय को कहते हैं जब एक महिला के गर्भधारण करने की संभावना सबसे अधिक होती है।

ओवुलेशन के बाद किन बातों का ध्यान रखना चाहिए (Things to keep in mind after ovulation in Hindi)

ओवुलेशन के बाद आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। ओवुलेशन के बाद अंडा फर्टिलाइजेशन यानी निषेचन के लिए तैयार हो जाता है, लेकिन इसके लिए समय कम होता है। इसलिए गर्भावस्था की संभावना को बढ़ाने के लिए ओवुलेशन के समय से पहले ही शारीरिक संबंध बनाना शुरू कर देना चाहिए।

स्पर्म गर्भाशय के अंदर लगभग दो दिनों तक जीवित रहता है। इसलिए ओवुलेट होने से तीन दिन पहले शारीरिक संबंध बनाने से गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।

ओवुलेशन से पहले शारीरिक संबंध बनाते रहने से गर्भाशय में पहले से मौजूद स्पर्म अंडा के बाहर निकलते ही उसे फर्टिलाइज कर देता है।

ओवुलेशन का सटीक समय जानने के लिए आप ओवुलेशन स्ट्रिप्स का उपयोग कर सकती हैं। उसकी मदद से आपको पहले ही पता चल जाएगा कि आप कब ओवुलेट करने वाली हैं। फिर आप अपनी प्रेगनेंसी को आसानी से प्लान कर सकती हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:-

पीरियड खत्म होने के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है?

अगर मासिक चक्र 28 दिन का है तो पीरियड्स खत्म होने के 10वें दिन से लेकर 17वें दिन तक गर्भ ठहरने की सबसे अधिक संभावना होती है। साथ ही, जिन महिलाओं का मासिक चक्र 28 दिन का होता है उसमें पीरियड खत्म होने के 12वें, 13वें और 14 वें दिन गर्भ ठहरने की संभावना सबसे अधिक होती है।

क्या ओवुलेशन में कमर दर्द होता है?

ओवुलेशन के दौरान एक महिला के शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई पड़ते हैं पेट के निचले हिस्से यानी कमर में दर्द महसूस होना भी उनमें से एक है।

ओवुलेशन की गणना कैसे करे?

ओवुलेशन 28 दिनों के मासिक धर्म चक्र में 14वें दिन के आसपास होता है। हालाँकि, हर महिला में मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का नहीं होता है, इसलिए ओवुलेशन का सटीक समय हर महिला में अलग-अलग हो सकता है।

ओवुलेशन कितने दिन तक रहता है?

ओवुलेशन महीने में एक बार होता है और लगभग 24 घंटे तक रहता है। यदि 12 से 24 घंटों के भीतर निषेचित नहीं किया गया तो अंडा मर जाएगा। ओवुलेशन से पहले और बाद के दिनों में आपके गर्भवती होने की सबसे अधिक संभावना होती है।

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