पीरियड और प्रेगनेंसी के समय को समझना और इसके संबंध में जानकारी प्राप्त करना बहुत आवश्यक है। इसी संबंध में एक प्रश्न है, जो अक्सर पूछा जाता है कि पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है? चलिए इस ब्लॉग के माध्यम से इस प्रश्न का उत्तर जानने का प्रयास करते हैं।
पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी हो सकती है? – Period ke kitne din baad pregnancy hoti hai
पीरियड साइकिल में आमतौर पर 28 दिन होते हैं, लेकिन यह हर महिला के लिए अलग हो सकते हैं। प्रेगनेंसी तब होती है, जब स्पर्म अंडाशय से निकले हुए अंडे को फर्टिलाइज करते हैं। पीरियड समाप्त होने के 14 दिनों तक महिलाएं गर्भवती हो सकती हैं। इस समय को ओव्यूलेशन (Ovulation) का समय भी कहा जाता है।
हम अक्सर कुछ महिलाओं से यह प्रश्न सुनते हैं कि माहवारी के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है? तो इसका सीधा जवाब है, माहवारी यानी पीरियड्स के 12-16 दिन बाद गर्भधारण की संभावना सबसे अधिक होती है। यह समय फर्टाइल विंडो होता है। अगर इस दौरान संबंध बनाया जाए, तो महिला के गर्भधारण की संभावना ज्यादा होती है।
गर्भधारण कैसे होता है?
जब पुरुष का शुक्राणु महिला के अंडाणु से मिलकर निषेचन (फर्टिलाइजेशन) करता है तो महिला गर्भधारण करती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर ओवुलेशन के दौरान होती है। निषेचन के बाद, निषेचित अंडा गर्भाशय की दीवार पर चिपक जाता है, जिसे इंप्लांटेशन कहते हैं। यह प्रेगनेंसी का सबसे शुरुआती स्टेज है। इंप्लांटेशन के बाद आप खुद में प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण अनुभव कर सकती हैं जैसे कि:
- जी मिचलाना और उल्टी आना
- स्तन में दर्द और संवेदनशीलता होना
- कब्ज और पेट फूलने की शिकायत होना
- थकान और कमजोरी महसूस करना
- बार-बार पेशाब लगना
- सिरदर्द होना और चक्कर आना
- पीरियड्स का नहीं आना
- धड़कन और सूंघने की क्षमता बढ़ना
अगर आप जानना चाहते हैं कि प्रेग्नेंट कैसे होते हैं, तो ओवुलेशन का सही समय और प्रजनन स्वास्थ्य को समझना जरूरी है।
महिला प्रेग्नेंट कब नहीं होती है?
जब ओवुलेशन और/या निषेचन नहीं होता है तो महिला प्रेगनेंट नहीं होती है। पीरियड्स के तुरंत बाद और साइकिल के अंत में प्रेग्नेंसी की संभावना कम होती है, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित समय नहीं होता है। गर्भनिरोधक उपाय जैसे कि गोलियां, कंडोम या आईयूडी का इस्तेमाल करने से भी गर्भधारण नहीं होता है। अगर आप जानना चाहते हैं कि प्रेग्नेंट कैसे होते हैं, तो मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझना जरूरी है।
पीरियड्स का चक्र (Menstrual Cycle)
आमतौर पर मासिक धर्म चक्र 28 दिनों का होता है, लेकिन यह हर महिला में अलग-अलग भी हो सकता है। इसकी अवधि 21 से 35 दिनों तक हो सकती है। पीरियड्स के चक्र को चार चरणों में बंटा होता है:
- मासिक धर्म (1 से 5 दिन): इस दौरान गर्भाशय की परत टूटकर ब्लड के रूप में योनि से बाहर निकलती है, जिसे पीरियड्स कहते हैं।
- फॉलिक्युलर फेज (1 से 13 दिन): अंडाशय में अंडा मैच्योर होता है और एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ता है।
- ओवुलेशन (14वां दिन): इस दिन अंडाशय से अंडा बाहर निकलता है। यही सबसे उपयुक्त समय होता है जब महिला प्रेग्नेंट हो सकती है।
- ल्यूटियल फेज (15 से 28 दिन): अगर निषेचन नहीं होता है तो प्रोजेस्टेरोन हार्मोन कम हो जाता है और अगला पीरियड शुरू हो जाता है।
पीरियड्स चक्र को समझना न केवल प्रेगनेंसी प्लानिंग बल्कि हार्मोनल संतुलन और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है।
पीरियड के बाद प्रेगनेंसी के लिए सबसे सफल दिन
हमारे पास कुछ दंपति अक्सर यह प्रश्न लेकर आते हैं कि पीरियड के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए? वैसे तो पीरियड्स के बाद संबंध बनाने के लिए कोई निश्चित समय नहीं है। यह पूर्ण रूप से महिला और उसके पार्टनर पर निर्भर करता है। अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रहे हैं तो ओवुलेशन के समय संबंध बनाना सबसे बेहतर होता है, क्योंकि इस दौरान गर्भधारण के चांसेस सबसे अधिक होते हैं।
इसी समय के दौरान ओवरी से अंडे निकलते हैं और योनि में फर्टिलाइजेशन के लिए 12-24 घंटे तक उपलब्ध रहते हैं। यहां आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे कि –
- अंडे महिला के प्रजनन अंग में लगभग 12-24 घंटों तक रहता है।
- वहीं दूसरी तरफ स्पर्म का जीवनकाल लगभग 3-5 दिनों तक होता है।
- यही कारण है कि प्रेगनेंसी के लिए हमेशा ओव्यूलेशन के आसपास के दिनों में असुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी जाती है।
ओव्यूलेशन के समय का पता लगाने के लिए कई तरीकों का उपयोग होता है जैसे ओव्यूलेशन किट (Ovulation kit) या बेसल बॉडी टेम्परेचर रीडिंग (Basal Body Temperature)।
प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना कब होती है?
प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना पीरियड की शुरुआत से पहले होती है। अर्थात, यदि पीरियड को समाप्त हुए 17 दिन बीत गए हैं, तो उस दौरान असुरक्षित यौन संबंध बनाने से प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना होती है। इसके साथ-साथ पीरियड के खत्म होने के अगले ही दिन यौन संबंध स्थापित करने की सलाह नहीं दी जाती है। इन दोनों ही समय में ओव्यूलेशन नहीं होता है, जिसके कारण फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पाती है। नतीजतन, इस दौरान प्रेगनेंसी की संभावना सबसे कम होती है।
क्या पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी संभव है?
पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी संभव है, लेकिन वह भी कुछ ही मामलों में देखने को मिलते हैं। स्पर्म महिला के फैलोपियन ट्यूब में कई दिनों तक जीवित रहते हैं और यदि पीरियड का समय छोटा हो, तो ओव्यूलेशन पीरियड के तुरंत बाद शुरू हो जाएगा, और प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ हो जाएगी।
पीरियड और प्रेगनेंसी के बीच संबंध
पीरियड और प्रेगनेंसी का गहरा संबंध है, जो महिला के रिप्रोडक्टिव साइकिल को दर्शाता है। पीरियड्स वह स्थिति है, जिसमें प्रत्येक माह बच्चेदानी की परत टूटती है और रक्त के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाती है। वहीं प्रेगनेंसी वह स्थिति है, जिसमें स्पर्म और अंडे फर्टिलाइज होते हैं।
यदि फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं होती है, तो अंडे शरीर से बाहर निकल जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पीरियड फिर से आ जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रेगनेंसी की स्थिति में पीरियड रुक जाते हैं, क्योंकि इस दौरान बच्चेदानी शिशु को पोषण देने के लिए तैयार होता है।
पीरियड और ओवेल्यूशन के बीच संबंध
अनुमानित तौर पर ओवुलेशन का समय पीरियड के 14 दिन पहले से शुरू हो जाता है। ओवुलेशन के दौरान प्रेगनेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है, क्योंकि इस दौरान अंडे फर्टिलाइजेशन के लिए उपलब्ध होते हैं। यदि किसी भी कारणवश फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं होती है, तो अंडे शरीर से बाहर निकल जाते हैं। यह अंडे अगले पीरियड्स के दौरान रक्त के साथ बाहर आ जाते हैं।
चिकित्सा सलाह कब लें?
यदि आप अधिक से अधिक एक वर्ष या उससे अधिक समय से प्रेगनेंसी का प्रयास कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल रही है, तो तुरंत फर्टिलिटी विशेषज्ञ से परामर्श लें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पीरियड्स के 4 दिन पहले प्रेगनेंसी होती है?
हां, लेकिन इसकी संभावना कम होती है। अगर ओवुलेशन जल्दी हो जाए या स्पर्म 3-5 दिन तक जीवित रहे तो महिला प्रेगनेंट हो सकती है।
क्या पीरियड के चौथे दिन प्रेग्नेंट हो सकते हैं?
इसकी संभावना बहुत कम है, क्योंकि इस समय अंडे उपलब्ध नहीं होते हैं, लेकिन अनियमित साइकिल या ओवुलेशन जल्दी होने कारण प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाती है।