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Birla Fertility & IVF
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जानिए प्रेगनेंसी के लक्षण

  • Published on June 21, 2022
जानिए प्रेगनेंसी के लक्षण

प्रेगनेंसी के अनेक लक्षण होते हैं जिनकी मदद से इस बात की पुष्टि की जाती है कि आपने गर्भधारण कर लिया है यानी आप प्रेगनेंट हैं। वैसे तो प्रेगनेंट होने के बाद आप खुद में अनेक लक्षणों को अनुभव करती हैं, लेकिन पीरियड का मिस होना सबसे सामान्य लक्षण है।

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण

जैसे ही आप प्रेगनेंट होती हैं आपके पीरियड्स रुक जाते हैं। इसके अन्य लक्षणों में निम्न शामिल हैं:

  1. मूड में बदलाव – प्रेगनेंट होने के बाद आपके शरीर में बड़े पैमाने पर हार्मोनल बदलाव होता है जिसके कारण अचानक मूड में बदलाव आता है। आप छोटी-छोटी बात पर मुस्कुरा सकती हैं, गुस्सा और दुखी हो सकती हैं।
  2. स्तनों के आकार में बदलाव – प्रेगनेंसी के तुरंत बाद ही आपके स्तनों में बदलाव आने शुरू हो जाते हैं। स्तनों का आकार बदलना, स्तनों में सूजन होना, उनमें भारीपन आना और निप्पल के रंग में बदलाव आना शामिल हैं।
  3. रक्तस्राव और ऐंठन – अंडों के फर्टिलाइज होने के बाद जब आप प्रेगनेंट होती हैं तो हल्का रक्तस्राव होता है। साथ ही, शरीर में ऐंठन भी होती है। प्रेगनेंसी के बाद इन दोनों लक्षणों को अनुभव किए जा सकते हैं।
  4. भूख और प्यास लगना – प्रेगनेंसी के बाद शरीर में खून का निर्माण बढ़ जाता है। साथ ही, हार्मोन में वृद्धि होती है जिसके कारण आपको बार-बार भूख और प्यास लगती है।
  5. कमजोरी – प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में कमजोरी महसूस करना भी शामिल है। कमजोरी के साथ-साथ आपको थकावट हो सकती है और चक्कर भी आ सकता है।
  6. थकान – पुरे दिन थकान महसूस करना, पर्याप्त मात्रा में सोने के बाद भी नींद पूरी नहीं होना, कमजोरी और नींद सोने की इच्छा प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं।
  7. जी मिचलाना – सुबह के समय जी मिचलाना और शरीर में भारीपन जैसे लक्षण को अनुभव कर सकती हैं। जी मिचलाने के साथ-साथ आपको उल्टी भी हो सकती है।
  8. बार-बार पेशाब लगना – प्रेगनेंसी में गर्भाशय यूरिनरी ब्लैडर पर प्रेशर डालता है जिसके कारण आपको बार-बार पेशाब लग सकती है।

इन सबके अलावा, कब्ज की शिकायत होना प्रेगनेंसी के सामान्य लक्षणों में एक है। कब्ज के कारण आपको मल त्याग करने में दिक्कत हो सकती है, पेट में गैस बन सकता है जिसके कारण पेट दर्द, सीने में जलन और भूख ना लगने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

प्रेगनेंसी की शुरुआत में किन बातों का ध्यान रखें?

प्रेगनेंसी की शुरुआत में, अपनी शारीरिक और भावनात्मक सेहत का विशेष ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। यह आपके और शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। प्रेगनेंसी की शुरुआती में निम्न बातों का ध्यान रखें:

  1. प्रसव पूर्व देखभाल: जैसे ही आपको संदेह हो कि आप प्रेगनेंट हैं या आपने घरेलू प्रेगनेंसी परीक्षण से इसकी पुष्टि कर ली है, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ के साथ अपनी पहली प्रसव पूर्व अपॉइंटमेंट शेड्यूल करें।
  2. पोषण: प्रेगनेंसी के दौरान संतुलित और पौष्टिक आहार लेना जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप आवश्यक विटामिन और खनिज, विशेष रूप से फोलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और अन्य प्रसवपूर्व पूरक ले रही हैं। शिशु के विकास में सहायता के लिए संपूर्ण खाद्य पदार्थों, फलों, सब्जियों और लीन प्रोटीन पर भी ध्यान दें।
  3. हाइड्रेट रहें: पूरे दिन खूब सारा पानी पीकर खुद को हाइड्रेटेड रखें। प्रेगनेंसी के दौरान डिहाइड्रेशन से कब्ज और यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का खतरा होता है। अपनी डाइट में जूस और नारियल पानी को शामिल करें।
  4. नशीले पदार्थों से बचें: शराब, तंबाकू और कुछ दवाओं से दूर रहें। ये पदार्थ आपके बच्चे के विकास को नुकसान पहुंचा सकते हैं और जन्म दोष, समय से पहले जन्म और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकते हैं।
  5. व्यायाम: सक्रिय रहने से वजन प्रबंधन, तनाव कम करने और प्रेगनेंसी की कुछ सामान्य असुविधाओं को कम करने में मदद मिलती है। नियमित, मध्यम व्यायाम आपके और शिशु के लिए फायदेमंद है, लेकिन कोई भी व्यायाम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  6. आराम: प्रारंभिक प्रेगनेंसी के दौरान पर्याप्त आराम करना आवश्यक है। आपका शरीर आपके बच्चे के विकास में सहायता के लिए कड़ी मेहनत करता है, इसलिए थकान महसूस हो तो अतिरिक्त नींद लें। पर्याप्त आराम – थकान, चिड़चिड़ापन और मॉर्निंग सिकनेस को कम करने में मदद करता है।
  7. तनाव: तनाव आपके स्वास्थ्य और बच्चे के विकास को प्रभावित कर सकता है। इसे दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन करें। साथ ही, ज़रूरत पड़ने पर अपने दोस्तों और परिवार वालों से सहायता लें।
  8. प्रेगनेंसी के चरणों के बारे में सूचित रहें: प्रेगनेंसी के चरणों और आपके शरीर में होने वाले परिवर्तनों को समझें। अपने शिशु के विकास की निगरानी करें।
  9. लक्षणों से सावधान रहें: किसी भी असामान्य लक्षण जैसे गंभीर मतली, रक्तस्राव, या ऐंठन पर ध्यान दें। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

प्रेगनेंसी की शुरुआत में खुद का उचित देखभाल करना आवश्यक है। प्रसवपूर्व देखभाल को प्राथमिकता दें, स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखें, तनाव का प्रबंधन करें और अपने दोस्तों और परिवार वालों से सहायता लें।

FAQ

  • प्रेगनेंट होने के कितने दिन बाद लक्षण दिखाई देते हैं?

प्रेगनेंट होने के लगभग 1-2 सप्ताह के भीतर लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

  • ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के क्या लक्षण होते हैं?

ओवुलेशन के बाद प्रेगनेंसी के लक्षणों में पेशाब के रंग में बदलाव आना, चक्कर आना, कब्ज और गैस की शिकायत होना शामिल हैं।

  • प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते में क्या होता है?

प्रेगनेंसी के पहले सप्ताह में आप खुद में कुछ लक्षणों को अनुभव कर सकती है, जैसे कि जी मिचलाना, उल्टी होना, बार-बार पेशाब लगना, थकान होना, सिर में दर्द, पैरों में सूजन, ब्‍लीडिंग, ऐंठन, कमर दर्द, कब्ज, स्तनों में बदलाव आदि।

  • पीरियड आने से पहले कैसे पता करें कि प्रेगनेंट हूं?

पीरियड्स आने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षणों में स्तनों में सूजन आना और उनका संवेदनशील होना, एरिओला का रंग गहरा होना, बार-बार पेशाब लगना, हल्की ब्लीडिंग होना शामिल हैं।

  • प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण कितने दिन में दिखाई देते हैं?

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण आमतौर पर निषेचन के लगभग 6-8 दिन बाद दिखाई देते हैं, जब भ्रूण गर्भाशय से जुड़ जाता है।

Written by:
Dr. Shilpi Srivastva

Dr. Shilpi Srivastva

Consultant
With over 15 years of experience, Dr. Shilpi Srivastva is an expert in the field of IVF and reproductive medicine. She has been at the forefront of innovative developments in reproductive medicine and IVF technology and has won various awards in her field.
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