ओवेरियन सिस्ट: जानिए इसके प्रकार और आकार

Author : Dr. Nidhi Gohil November 21 2024
Dr. Nidhi Gohil
Dr. Nidhi Gohil

MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology), Fellowship in IVF

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ओवेरियन सिस्ट: जानिए इसके प्रकार और आकार

अपने जीवनकाल में ज्यादातर महिलाएं कभी न कभी ओवेरियन सिस्ट (Ovarian Cyst) की समस्या का सामना करती हैं। अलग-अलग प्रकार के ओवेरियन सिस्ट एक महिला को परेशान करते हैं। सभी सिस्ट में से बड़े आकार के सिस्ट के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।

इसके प्रकार और आकार को जानने से पहले हमें यह समझना होगा कि ओवेरियन सिस्ट क्या है और यह किसी महिला को कितना प्रभावित करता है।

ओवेरियन सिस्ट क्या है?

अंडाशय (Ovaries) में गांठ यानी सिस्ट बनने की स्थिति को मेडिकल भाषा में ओवेरियन सिस्ट कहा जाता है। ओवरी महिला की प्रजनन प्रणाली (Reproductive system) का एक महतवपूर्ण भाग है, जिसका मुख्य कार्य फर्टिलाइजेशन है। ओवरी में फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू होती है और यदि इसमें कोई समस्या हो जाए तो प्रेगनेंसी में दिक्कत आ सकती है। ओवरी में कई तरह की समस्याएं होती हैं और सिस्ट बनना भी उन्हीं में से एक है।

ओवेरियन सिस्ट का प्रकार और आकार

ओवेरियन सिस्ट कई प्रकार के होते हैं, जिन्हें उनके कारण और नेचर के आधार पर बांटा गया है। ओवेरियन सिस्ट का इलाज भी इस बात पर निर्भर करता है कि इसका प्रकार और आकार क्या है। आमतौर पर जब ओवेरियन सिस्ट का आकार 50-60 मिलीमीटर यानी 2-2.5 इंच से कम होता है, तो सर्जरी का सुझाव नहीं दिया जाता है। हालांकि, यह दिशानिर्देश हर स्थिति में लागु नहीं होते हैं।

उदाहरण के तौर पर, जब तक एक नॉर्मल सिस्ट 10 सेमी (4 इंच) का नहीं होता है, तब तक इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। वहीं कैंसर वाले सिस्ट की स्थिति में आकार की परवाह किए बिना सर्जरी को सबसे उत्तम विकल्प माना जाता है। आइए प्रत्येक प्रकार के सिस्ट और उनके आकार के बारे में जानते हैं –

Types of Ovarian Cysts

फंक्शनल सिस्ट (Functional cyst)

फंक्शनल सिस्ट का निर्माण प्राकृतिक रूप से पीरियड्स के समय होता है और इनकी वजह से महिला को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होती है। फंक्शनल सिस्ट दो प्रकार के होते हैं – फॉलिकुलर सिस्ट (Follicular Cyst) और कॉर्पस ल्यूटियम सिस्ट (Corpus luteum cyst)। ज्यादातर मामलों में इन सिस्ट से कोई नुकसान नहीं होता है और खुद ही खत्म हो जाते हैं। यदि पेट दर्द, पीरियड्स के समय में बदलाव, या संभोग में तकलीफ हो तो अपने डॉक्टर से मिलें और इलाज के विकल्पों पर विचार करें।

ड्रमोइड सिस्ट (Dermoid cyst)

ज्यादातर मामलों में यह देखा गया है कि इस प्रकार का सिस्ट महिलाओं के शरीर में जन्म के समय से ही मौजूद होता है। ज्यादातर मामलों में रोगी को किसी भी प्रकार के लक्षण का अनुभव नहीं होता है। लेकिन इस सिस्ट के आकार बढ़ने से कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

सिस्टेडेनोमास (Cystic adenomyosis)

यह बिना कैंसर वाले ट्यूमर होते हैं, जो अंडाशय (ovaries) की सतह पर मैजूद होते हैं। यह फंक्शनल सिस्ट की तरह ही प्रतीत होते हैं, लेकिन सिस्टेडेनोमा सिस्ट का आकार लगातार बढ़ता रहता है। सिस्टेडेनोमा का आकार 1-30 सेमी तक हो सकता है।

एंडोमेट्रियोमास (Endometriomas)

एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) के कारण एंडोमेट्रियोमास सिस्ट का निर्माण होता है। इस प्रकार के सिस्ट में बच्चेदानी के दीवार की कोशिकाएं (Cells) बच्चेदानी के बाहर आ जाती हैं। एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं में से 17 से 44 प्रतिशत महिलाओं में एंडोमेट्रियोमा सिस्ट (endometrioma Cyst) का निर्माण हो जाता है। इसे चॉकलेट सिस्ट के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इनमें रक्त भरा होता है और यह भूरे रंग का हो जाता है। इसका आकार 5 सेमी से लेकर 20 सेमी तक हो सकता है।

ओवेरियन सिस्ट से कैसे छुटकारा पाएं

कई मामलों में देखा गया है कि कुछ प्रकार के ओवेरियन सिस्ट थोड़े समय के भीतर ही अपने आप ही सिकुड़कर खत्म हो जाते हैं। वहीं कुछ के इलाज के लिए हार्मोनल दवाएं, सर्जरी और डाइट एवं जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता पड़ती है।

ओवेरियन सिस्ट के कारण रोगी को कई तरह की असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ दवाओं का सुझाव भी दिया जाता है, जिससे लक्षणों से राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य दवाओं पर भी विचार किया जा सकता है –
Treatment for Ovarian cysts

  • एसिटामिनोफेन
  • इबुप्रोफेन
  • परोक्सन

बिना डॉक्टर के सलाह के इन दवाओं का सेवन न करें। इसके अतिरिक्त यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि इस ब्लॉग में मौजूद जानकारी एक सामान्य जानकारी है, जो हर महिला के लिए एक समान नहीं होती है। यदि आपको ओवेरियन सिस्ट की समस्या है या फिर इसकी संभावना है तो तुरंत हमसे संपर्क करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

ज्यादातर मामलों में सिस्ट अपने आप सिकुड कर खत्म हो जाता है। बड़े, परेशानी देने वाले या कैंसर वाले सिस्ट के इलाज के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।

आमतौर पर सिस्ट के कारण प्रेग्नेंसी की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। बड़े या दोनों अंडाशयों को प्रभावित करने वाले सिस्ट के कारण दिक्कत आ सकती हैं। सही समय पर सलाह और उपचार गर्भधारण की संभावना बढ़ा सकते हैं।

ओवेरियन सिस्ट को पूरी तरह से रोकने का कोई निश्चित तरीका नहीं है, हालांकि कुछ चीजों का पालन कर स्थिति के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है जैसे – 

  • हार्मोनल गर्भनिरोधक गोलियां – Hormonal contraception pills
  • धूम्रपान न करना
  • स्वस्थ वजन बनाए रखना

अधिक्तर मामलों में सिस्ट कैंसर का रूप नहीं लेता है। हालांकि मेनोपॉज के बाद सिस्ट में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। कैंसर की जांच के लिए बायोप्सी की जा सकती है।

कई बार ओवेरियन सिस्ट के लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए इस स्थिति का पता नियमित जांच से ही चलता है। लक्षणों का अनुभव होने के बाद पुष्टी के लिए पेल्विक के फिजिकल एग्जामिनेशन के साथ अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता पड़ती है। कुछ मामलों में अन्य जांच जैसे रक्त परीक्षण, सीटी स्कैन और एमआरआई का सुझाव भी दिया जाता है।