कुछ मामलों में ओवेरियन सिस्ट को उपचार की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं, क्योंकि कुछ समय के अंदर वे अपने आप ही सिकुड़कर ख़त्म हो जाते हैं, लेकिन जब ऐसा नहीं होता है तो मेडिकल उपचार का सहारा लिया जाता है।
ओवेरियन सिस्ट का उपचार कई तरह से किया जाता है जिसमें हार्मोनल पिल्स और सर्जरी शामिल हैं। ओवेरियन सिस्ट का आकार छोटा और संख्या कम होने पर डॉक्टर हार्मोनल पिल्स निर्धारित करते हैं। ये गोलियां नए सिस्ट के निर्माण को रोकती हैं और कैंसर के खतरे को कम करती हैं।
जब सिस्ट का आकार सामान्य से अधिक बढ़ जाता है और उसकी संख्या भी बढ़ जाती है तो डॉक्टर के पास सर्जरी के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचता है। ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी को दो तरह से किया जाता है जिसमें पहला लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और दूसरा ओपन सर्जरी है। ओपन सर्जरी को लैप्रोटोमी सर्जरी भी कहते हैं।
ओवेरियन सिस्ट के लिए सर्जरी
ज्यादातर मामलों में ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, जब सिस्ट का आकार बढ़ जाता है और उससे महिला अधिक परेशानियां होने लगती हैं तो इस स्थिति में सर्जरी से इसका उपचार किया जाता है।
हम आपको नीचे इस बारे में बता रहे हैं कि “किस साइज की ओवेरियन सिस्ट के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है”। आमतौर पर एक सिस्ट का आकार एक सेंटीमीटर यानी एक-आधा इंच से लेकर 10 सेंटीमीटर यानी 4 इंच तक या इससे अधिक होता है।
निम्नलिखित मामलों में ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए डॉक्टर मरीज को सर्जरी का सुझाव देते हैं:-
- सिस्ट के कारण लगातार दर्द होना
- सिस्ट का कारण एंडोमेट्रियोसिस होना
- सिस्ट का आकार 5 सेमी व्यास से अधिक होना
- सिस्ट के कारण कैंसर का खतरा होना
ऊपर दी गई स्थितियों में डॉक्टर सर्जरी से ओवेरियन सिस्ट को निकालने का सुझाव देते हैं।
ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी के साइड इफेक्ट्स
हर सर्जिकल प्रक्रिया के कुछ फायदे तो कुछ नुकसान यानी साइड इफेक्ट्स होते हैं। ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी के साथ भी यही नियम लागू होता है। इसके अनेक फायदे होने के बाद कुछ संभावित खतरे भी हो सकते हैं जैसे कि:-
- संक्रमण होना
- ब्लीडिंग होना
- खून के थक्के बनना
- सिस्ट का दोबारा पनपना
- बांझपन का खतरा बढ़ना
- सर्जरी के दौरान आसपास के दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचना
अगर आपके पेट की पहले किसी प्रकार की सर्जरी हो चुकी है या आप गर्भवती हैं तो ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी के साइड इफ्केट्स का खतरा बढ़ सकता है।
इस स्थिति में आपको एक अनुभवी और विश्वसनीय स्त्री रोग विशेषज्ञ का चयन कर अपनी सर्जरी करानी चाहिए। ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी को जब एक अनुभवी और विश्वसनीय स्त्री रोग विशेषज्ञ के द्वारा किया जाता है तो जटिलताओं का खतरा कम से कम होता है।
ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए अच्छे हॉस्पिटल और डॉक्टर का चुनाव करें
ओवेरियन सिस्ट के उपचार के लिए आपको हॉस्पिटल और डॉक्टर का चयन करने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इससे उपचार की सफलता की संभावना अधिक से अधिक और जटिलताओं का खतरा कम से कम होता है।
ओवेरियन सिस्ट के इलाज से पहले हॉस्पिटल और डॉक्टर का चयन करने से पहले निम्न बातों का ध्यान रखें:-
- हॉस्पिटल का ट्रैक रिकॉर्ड और लोगों के बीच उसकी विश्वसनीयता
- हॉस्पिटल का लोकेशन और उसमें दी जाने वाली सुविधाएं
- हॉस्पिटल में इस्तेमाल किए जाने वाले मेडिकल इंस्ट्रूमेंट
- डॉक्टर की शिक्षा, अनुभव और कौशल
- डॉक्टर की फीस
- मरीज के प्रति डॉक्टर का रवैय्या
- ओवेरियन सिस्ट के उपचार के विकल्प
- ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सर्जिकल प्रक्रियाएं
ऊपर दिए गए बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए आप एक बेहतर हॉस्पिटल और डॉक्टर का चयन कर सकती हैं।
ओवेरियन सिस्ट की सर्जरी के लिए बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ क्यों चुनें?
अगर आप बिना किसी परेशानी का सामना किए ओवेरियन सिस्ट का सटीक उपचार पाना चाहती हैं तो बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ आपके लिए एक बेहतर विकल्प है।
हमारे क्लिनिक में ओवेरियन सिस्ट का लेप्रोस्कोपिक इलाज किया जाता है। हमारे क्लिनिक में ओवेरियन सिस्ट का उपचार कराने के निम्न फायदे हैं:-
- आधुनिक और उन्नत नैदानिक उपकरण
- मिनिमली इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया
- अनुभवी और विश्वसनीय स्त्री रोग विशेषज्ञ
- केयरिंग और कोऑपरेटिव मेडिकल स्टाफ
- सर्जरी के दौरान जटिलताओं का खतरा शून्य
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
1. क्या ओवेरियन सिस्ट का घरेलू इलाज संभव है
घरेलू नुस्खों से ओवेरियन सिस्ट का पूर्ण उपचार संभव नहीं है, लेकिन इसके लक्ष्णों में सुधार किया जा सकता है। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप कुछ खास घरेलू उपायों का इस्तेमाल कर सकती हैं।
2. क्या ओवेरियन सिस्ट के दौरान गर्भावस्था संभव है
हां. ओवेरियन सिस्ट के दौरान गर्भधारण संभव है।
3. ओवरी में सिस्ट हो तो क्या नहीं खाना चाहिए?
ओवरी में सिस्ट होने पर जंक फंड्स, कोल्ड ड्रिंक्स, अत्याधिक तैलीय और मसालेदार चीजें नहीं खानी चाहिए।
4. ओवरी में गांठ की दवा क्या है?
ओवरी की गांठ का उपचार करने के लिए कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं। डॉक्टर मरीज का परीक्षण करने के बाद उचित दवा निर्धारित करते हैं।
5. ओवरी में सिस्ट क्यों होता है?
ओवरी में सिस्ट कई कारणों से होता है जिसमें मुख्य रूप से हार्मोनल समस्याएं, गर्भावस्था, एंडोमेट्रियोसिस और पेल्विक संक्रमण शामिल हैं।
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