क्या आप जानना चाहते हैं कि गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद पता चलता है? आमतौर पर, गर्भधारण के कुछ सप्ताह बाद ही प्रेग्नेंसी के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। हालांकि, यह हर महिला के शरीर पर निर्भर करता है। कुछ महिलाओं को बहुत जल्दी लक्षण महसूस हो सकते हैं, जबकि अन्य को देर से। इस ब्लॉग में गर्भ ठहरने के बारे में वह सारी जानकारी मिल जाएगी।
प्रेग्नेंट कब हो सकते हैं?
एक पीरियड्स साइकिल में पहले पीरियड के पहले दिन से अगले पीरियड के पहले दिन को गिना जाता है। ज्यादातर मामलों में पीरियड्स साइकिल लगभग 28 दिन लंबे होते हैं। वहीं ओव्यूलेशन का समय भी पीरियड साइकिल की लंबाई पर निर्भर करते हैं। प्रेगनेंसी में ओव्यूलेशन का बहुत ज्यादा महत्व होता है। नीचे कुछ चरणों से समझते हैं कि प्रेगनेंसी के लिए सबसे सही समय क्या होता है –
- पीरियड्स का पहला दिन पूरे साइकिल का पहला दिन होता है।
- लगभग 14 दिन बाद ओव्यूलेशन शुरू हो जाता है।
- ओव्यूलेशन के 24 घंटों के भीतर शुक्राणु एक अंडे को फर्टिलाइज करता है।
- फर्टिलाइजेशन के लगभग छह दिन बाद फर्टिलाइज हुआ अंडा बच्चेदानी की परत में ट्रांसफर हो जाता है।
- यदि 21वें दिन के आसपास इस पीरियड साइकिल के दौरान गर्भाधान हुआ है, तो आप प्रेग्नेंट हो सकते हैं।
हालांकि, सकारात्मक गर्भावस्था परीक्षण प्राप्त करने में पांच से सात दिन का समय लग सकते हैं।
आप कब गर्भवती महसूस करना शुरू करती हैं?
गर्भावस्था को महसूस करने में कितना समय लगता है, यह अलग-अलग होता है। कुछ महिलाएं गर्भाधान के तुरंत बाद गर्भवती महसूस करना शुरू कर सकती हैं, जबकि अन्य में सकारात्मक परीक्षण के बाद हफ्तों तक गर्भावस्था के कोई लक्षण नहीं होते हैं। प्रेगनेंसी की स्थिति में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं –
- पीरियड्स मिस होना
- बार-बार पेशाब लगना
- थकान महसूस करना
- जी मिचलाना
- स्तन में दर्द या सूजन होना
- स्पॉटिंग (योनि से हल्का रक्तस्राव) होना
- सिरदर्द की शिकायत होना
- अचानक मूड में बदलाव आना यानी मूड स्विंग होना
यदि आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो घर पर प्रेगनेंसी किट से टेस्ट करें। यह लक्षण दर्शाते हैं कि आपका गर्भ ठहर गया है। गर्भावस्था की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर आपको रक्त परीक्षण का सुझाव दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ और भी टेस्ट हो सकते हैं जिसका सुझाव डॉक्टर ही देते हैं।
प्रेगनेंसी कितने दिन बाद चेक करना चाहिए
इस बात की सलाह दी जाती है कि एक पीरियड्स साइकिल के मिस होने के एक हफ़्ते बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करने की सलाह दी जाती है। यदि पीरियड एक हफ़्ते से ज़्यादा मिस हो जाते हैं, तो भी प्रेगनेंसी टेस्ट का सुझाव दिया जाता है। हालांकि कई स्त्री रोग विशेषज्ञों का मानना है कि पीरियड्स मिस होने के 2-3 दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कराने का सुझाव दिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान टेस्ट का नतीजा सही आता है। यदि नतीजा सही नहीं आता है, तो कम से कम एक हफ्ते का इंतज़ार और करें।
बेहतर होगा कि प्रेगनेंसी की पुष्टि के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श किया लें, जो उचित जांच और परीक्षण के बाद ही सही सलाह दे सकते हैं। कुछ मामलों में, डॉक्टर रक्त परीक्षण या सोनोग्राफी (गर्भावस्था अल्ट्रासाउंड) करा सकते हैं, जिससे गर्भवती होने की पुष्टि हो सकती है। रक्त परीक्षण में गर्भवती होने पर होने वाले बदलावों को जांचा जाता है, जबकि सोनोग्राफी में गर्भावस्था के दौरान गर्भ में विकासशील बच्चे को देखा जा सकता है।
निष्कर्ष
जब एक महिला महसूस होता है कि उसके गर्भ ठहर गया है या फिर उन्हें प्रेगनेंसी के लक्षण दिखते हैं तो उन्हें तुरंत एक अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए और परामर्श करना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर महिला को रक्त या मूत्र परीक्षण करने का सुझाव देते हैं, जिससे प्रेग्नेंसी की सटीकता की पुष्टि हो सकती है।