पीरियड और प्रेगनेंसी के समय को समझना और इसके संबंध में जानकारी प्राप्त करना बहुत आवश्यक है। इसी संबंध में एक प्रश्न है, जो अक्सर पूछा जाता है कि पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है? चलिए इस ब्लॉग के माध्यम से इस प्रश्न का उत्तर जानने का प्रयास करते हैं।
पीरियड के बाद प्रेगनेंसी कब होती है?
पीरियड साइकिल में आमतौर पर 28 दिन होते हैं, लेकिन यह हर महिला के लिए अलग हो सकते हैं। प्रेगनेंसी तब होती है, जब स्पर्म अंडाशय से निकले हुए अंडे को फर्टिलाइज करते हैं। सामान्यतः, पीरियड समाप्त होने के 14 दिनों तक महिलाएं गर्भवती हो सकती हैं। इस समय को ओव्यूलेशन (Ovulation) का समय भी कहा जाता है। यह समय 10 से 17 दिनों तक भी रह सकता है।
पीरियड के बाद प्रेगनेंसी के लिए सबसे सफल दिन
ओव्यूलेशन (10-17 दिन) के समय में प्रेगनेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है। इसी समय के दौरान ओवरी से अंडे निकलते हैं और योनि में फर्टिलाइजेशन के लिए 12-24 घंटे तक उपलब्ध रहते हैं। यहां आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा जैसे कि –
- अंडे महिला के प्रजनन अंग में लगभग 12-24 घंटों तक रहता है।
- वहीं दूसरी तरफ स्पर्म का जीवनकाल लगभग 3-5 दिनों तक होता है।
- यही कारण है कि प्रेगनेंसी के लिए हमेशा ओव्यूलेशन के आसपास के दिनों में असुरक्षित यौन संबंध बनाने की सलाह दी जाती है।
ओव्यूलेशन के समय का पता लगाने के लिए कई तरीकों का उपयोग होता है जैसे ओव्यूलेशन किट (Ovulation kit) या बेसल बॉडी टेम्परेचर रीडिंग (Basal Body Temperature)।
प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना कब होती है?
प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना पीरियड की शुरुआत से पहले होती है। अर्थात, यदि पीरियड को समाप्त हुए 17 दिन बीत गए हैं, तो उस दौरान असुरक्षित यौन संबंध बनाने से प्रेगनेंसी की सबसे कम संभावना होती है। इसके साथ-साथ पीरियड के खत्म होने के अगले ही दिन यौन संबंध स्थापित करने की सलाह नहीं दी जाती है। इन दोनों ही समय में ओव्यूलेशन नहीं होता है, जिसके कारण फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पाती है। नतीजतन, इस दौरान प्रेगनेंसी की संभावना सबसे कम होती है।
क्या पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी संभव है?
पीरियड के दौरान प्रेगनेंसी संभव है, लेकिन वह भी कुछ ही मामलों में देखने को मिलते हैं। स्पर्म महिला के फैलोपियन ट्यूब में कई दिनों तक जीवित रहते हैं और यदि पीरियड का समय छोटा हो, तो ओव्यूलेशन पीरियड के तुरंत बाद शुरू हो जाएगा, और प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ हो जाएगी।
पीरियड और प्रेगनेंसी के बीच संबंध
पीरियड और प्रेगनेंसी का गहरा संबंध है, जो महिला के रिप्रोडक्टिव साइकिल को दर्शाता है। पीरियड्स वह स्थिति है, जिसमें प्रत्येक माह बच्चेदानी की परत टूटती है और रक्त के द्वारा शरीर से बाहर निकल जाती है। वहीं प्रेगनेंसी वह स्थिति है, जिसमें स्पर्म और अंडे फर्टिलाइज होते हैं।
यदि फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं होती है, तो अंडे शरीर से बाहर निकल जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप पीरियड फिर से आ जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रेगनेंसी की स्थिति में पीरियड रुक जाते हैं, क्योंकि इस दौरान बच्चेदानी शिशु को पोषण देने के लिए तैयार होता है।
पीरियड और ओवेल्यूशन के बीच संबंध
अनुमानित तौर पर ओवुलेशन का समय पीरियड के 14 दिन पहले से शुरू हो जाता है। ओवुलेशन के दौरान प्रेगनेंसी की संभावना सबसे अधिक होती है, क्योंकि इस दौरान अंडे फर्टिलाइजेशन के लिए उपलब्ध होते हैं। यदि किसी भी कारणवश फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया नहीं होती है, तो अंडे शरीर से बाहर निकल जाते हैं। यह अंडे अगले पीरिड्स के दौरान रक्त के साथ बाहर आ जाते हैं।
चिकित्सा सलाह कब लें?
यदि आप अधिक से अधिक एक वर्ष या उससे अधिक समय से प्रेगनेंसी का प्रयास कर रहे हैं और सफलता नहीं मिल रही है, तो तुरंत फर्टिलिटी विशेषज्ञ से परामर्श लें।