एंडोमेट्रियोसिस उपचार के लिए जयपुर में सर्वश्रेष्ठ क्लिनिक

एंडोमेट्रियोसिस एक आम लेकिन अक्सर गलत समझे जाने वाली स्थिति है, जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं को प्रभावित करती है। Birla Fertility & IVF, जयपुर में, हम जयपुर के कुछ सर्वश्रेष्ठ एंडोमेट्रियोसिस विशेषज्ञों के नेतृत्व में एडवांस डायग्नोसिस और पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट प्लान्स देते हैं। चाहे आप कोई जानकारी चाहते हो, दर्द से राहत चाहते हो या फर्टिलिटी में सहायता चाहते हो, तो हमारे फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट आपकी मदद के लिए यहां मौजूद हैं।

अपना अपॉइंटमेंट बुक करें

Submit

जयपुर में हमारे एंडोमेट्रियोसिस उपचार केंद्र

पुरस्कार एवं सम्मान

एंडोमेट्रियोसिस: एक नज़र

एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें यूटराइन लाइनिंग (एंडोमेट्रियम) जैसा टिश्यू यूटरस के बाहर बढ़ता है। यह टिश्यू की असामान्य वृद्धि है और ओवरी, फैलोपियन ट्यूब और पेल्विक की लाइनिंग पर और कभी-कभी पेल्विक के बाहर भी बढ़ सकती है। ये इंप्लांट पीरियड्स साइकिल्स के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों पर प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे सूजन, दर्द और कभी-कभी स्केयर/स्कार टिश्यू का निर्माण होता है।

एंडोमेट्रियोसिस के चरण

चरण I – न्यूनतम

इस शुरुआती चरण में, छोटे और ऊपरी घाव पाए जाते हैं, जो आमतौर पर पेल्विक लाइनिंग तक सीमित होते हैं। स्केयर टिश्यू बहुत कम या बिल्कुल नहीं होते, और लक्षण हल्के या नहीं के बराबर भी हो सकते हैं। इस चरण में कई महिलाओं को यह एहसास नहीं होता है कि उन्हें एंडोमेट्रियोसिस है जब तक कि वे इन्फर्टिलिटी जैसे अन्य कारणों से जांच नहीं करवाती हैं।

चरण II – हल्का

एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें यूटराइन लाइनिंग (एंडोमेट्रियम) जैसा टिश्यू यूटरस के बाहर बढ़ता है। यह टिश्यू की असामान्य वृद्धि है और ओवरी, फैलोपियन ट्यूब और पेल्विक की लाइनिंग पर और कभी-कभी पेल्विक के बाहर भी बढ़ सकती है। ये इंप्लांटपीरियड साइकिल के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों पर प्रतिक्रिया करते हैं, जिससे सूजन, दर्द और कभी-कभी स्केयर टिश्यू का निर्माण होता है।

चरण III – मध्यम

इस चरण में, मरीजों में आमतौर पर कई गहरे इंप्लांट्स, छोटे एंडोमेट्रियोमास (पुराने रक्त से भरे ओवेरियन के सिस्ट) और साफ तौर पर दिखाई देने  वाले स्केयर टिश्यू होते हैं, जो पेल्विक क्षेत्र के अंगों को विकृत कर सकते हैं।पीरियड साइकिल, संभोग या मल त्याग के दौरान दर्द अधिक स्पष्ट हो जाता है। ओवरीज़ और फैलोपियन ट्यूब की भागीदारी के कारण फर्टिलिटी में भी गिरावट शुरू हो सकती है।

चरण IV – गंभीर

यह एंडोमेट्रियोसिस का सबसे एडवांस रूप है। घाव बड़े ओवेरियन एंडोमेट्रियोमास के साथ बड़े और गहरे होते हैं, जो यूट्रस, मूत्राशय या आंतों जैसे प्रमुख पैल्विक अंगों को प्रभावित करते हैं। पुराना दर्द एक आम बात है और शारीरिक विकृतियों और सूजन के कारण फर्टिलिटी संबंधी चुनौतियों अधिक होने की संभावना है। लक्षणों को दूर करने और फर्टिलिटी रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए अक्सर सर्जरी की आवश्यकता होती है।

एंडोमेट्रियोसिस के कारण

एंडोमेट्रियोसिस के पीछे का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन निम्नलिखित कुछ ऐसी स्थितियां हैं जो एंडोमेट्रियोसिस के विकास को जन्म दे सकती हैं।

  • रेट्रोग्रेड मेंस्ट्रुएशन: इसमें पीरियड का खून शरीर से बाहर निकलने के बजाय उल्टा बहकर पेल्विक कैविटी (शरीर के अंदर के हिस्से) में चला जाता है।
  • हार्मोनल असंतुलन: एस्ट्रोजन की अधिकता एंडोमेट्रियल जैसे टिश्यू के विकास को उत्तेजित कर सकता है।
  • इम्यून सिस्टम की समस्या: कमजोर इम्यून प्रतिक्रिया गलत तरीके से रखे गए एंडोमेट्रियल टिश्यू को खत्म करने में विफल हो सकती है।
  • जेनेटिक्स: एंडोमेट्रियोसिस के फैमिली हिस्ट्री वाली महिलाओं में इसके विकसित होने की संभावना अधिक होती है।

Birla Fertility & IVF, जयपुर में एंडोमेट्रियोसिस का डायग्नोसिस

एंडोमेट्रियोसिस के इलाज में पहला कदम सही डायग्नोसिस है, Birla Fertility & IVF, जयपुर में हमारे फर्टिलिटी डॉक्टर इस स्थिति को मैनेज करने में आपकी मदद करने के लिए अपनी विशेष्यगताऔर एडवांस्ड तकनीक का उपयोग करते हैं।

  • मेडिकल हिस्ट्री और शारीरिक जाँच: आपका ट्रीटमेंट परामर्श से शुरू होगा। हमारे एंडोमेट्रियोसिस स्पेशलिस्ट आपसे आपके मेडिकल हिस्ट्री और आपके द्वारा सामना किए जा रहे लक्षणों के बारे में कुछ प्रश्न पूछेंगे।
  • अल्ट्रासाउंड: आपको एक ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड की सलाह दी जा सकती है जो ओवेरियन एंडोमेट्रियोमा (चॉकलेट सिस्ट) की पहचान करने में मदद करेगा।
  • एमआरआई: एंडोमेट्रियल घावों का सही से पता लगाने के लिए जटिल मामलों में एमआरआई का सुझाव दिया जा सकता है।
  • डायग्नोस्टिक लेप्रोस्कोपी: यह न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया एंडोमेट्रियोसिस को पक्का करने और इसकी सीमा निर्धारित करने के लिए प्रमुख डायग्नोस्टिक ​​उपकरण बनी हुई है।

Birla Fertility & IVF, जयपुर में एंडोमेट्रियोसिस के लिए ट्रीटमेंट

Birla Fertility & IVF, जयपुर में, हमारी टीम एंडोमेट्रियोसिस के इलाज के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का पालन करती है। आपके लक्षणों, गंभीरता और फर्टिलिटी लक्ष्यों का एनालिसिस करने के बाद ही आपका ट्रीटमेंट प्लान तैयार किया जाएगा।

  • मेडिकल मैनेजमेंट: मुँह से ली जाने वाली दर्द निवारक दवायें गर्भनिरोधक, जीएनआरएच एगोनिस्ट या प्रोजेस्टिन जैसे हार्मोनल ट्रीटमेंट दर्द को कम करने और घाव को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
  • मिनिमली इनवेसिव सर्जरी: लेप्रोस्कोपिक तकनीक से एंडोमेट्रियल इम्प्लांट्स, सिस्ट और चिपकाव को हटाया जाता है, जिससे पेल्विक संरचना को ठीक करने और लक्षणों से राहत पाने में मदद मिलती है।
  • फर्टिलिटी ट्रीटमेंट: इन्फर्टिलिटी का सामना करने वाली महिलाओं के लिए, हमारे स्पेशलिस्ट गंभीरता और फर्टिलिटी हिस्ट्री के आधार पर ओव्यूलेशन इंडक्शन, आईयूआई या आईवीएफ की सलाह दे सकते हैं।
  • दर्द का नियंत्रण और सहायक देखभाल: हम सही और पूर्ण देखभाल के लिए पोषण संबंधी परामर्श, फिजियोथेरेपी और मनोवैज्ञानिक सहायता के साथ मेडिकल ट्रीटमेंट को जोड़ते हैं।

यदि आप अपने आस-पास एंडोमेट्रियोसिस स्पेशलिस्ट की तलाश कर रहे हैं, तो Birla Fertility & IVF के स्पेशलिस्ट आपको आवश्यक सर्वोत्तम देखभाल प्रदान करने के लिए यहाँ मौजूद हैं।

अपना अपॉइंटमेंट बुक करें

By clicking Proceed, you agree to our Terms & Conditions and Privacy Policy

जयपुर में हमारे एंडोमेट्रियोसिस डॉक्टर

Dr. Deepika Nagarwal

Jaipur, Rajasthan

Dr. Deepika Nagarwal

MBBS, MS (Obstetrics and Gynaecology), DNB,…

Years of experience: 8+
Number of cycles: 100+
View Profile
Dr. Priyanka Yadav

Jaipur, Rajasthan

Dr. Priyanka Yadav

MBBS, DGO, DNB (Obstetrics and Gynaecology)

Years of experience: 15+
Number of cycles: 1000+
View Profile

एंडोमेट्रियोसिस इन्फर्टिलिटी का कारण कैसे बनता है

एंडोमेट्रियोसिस इन्फर्टिलिटी का कारण बन सकता है और निम्नलिखित तरीकों से प्राकृतिक गर्भाधान प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर सकता है।

  • डिस्टॉर्टेड पेल्विक एनाटॉमी: एंडोमेट्रियल टिश्यू की असामान्य वृद्धि स्केयर टिश्यू और एढ़ेशंस के गठन को जन्म दे सकती है, जो पैल्विक के अंगों को उनकी सामान्य स्थिति से बाहर खींच सकती है। इससे एग और स्पर्म का मिलना मुश्किल हो जाता है।
  • ब्लॉक फैलोपियन ट्यूब: फैलोपियन ट्यूब के आसपास एढ़ेशंस या सूजन उनके कार्य को अवरुद्ध या ख़राब कर सकती है। यह एग्स को फर्टिलाइजेशन के लिए निकलने या उठाए जाने से रोकता है।
  • इन्फ्लेमेशन: एंडोमेट्रियोसिस के कारण होने वाली पुरानी इन्फ्लेमेशन पेल्विक गुहा में होस्टाईल वातावरण बना सकती है। इससे एग की क्वालिटी कम हो सकती है, स्पर्म की गतिशीलता प्रभावित हो सकती है या यूट्रस में एम्ब्रियो के आरोपण में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
  • हार्मोनल डिसृपशन : एंडोमेट्रियोसिस हार्मोनल सिग्नलिंग में बाधा उत्पन्न कर सकता है, ओव्यूलेशन को बाधित कर सकता है या अनियमित पीरियड्स साइकिल्स का कारण बन सकता है, जो प्राकृतिक गर्भाधान के लिए आवश्यक समय को और जटिल बनाता है।

हालांकि एंडोमेट्रियोसिस में ऊपर लिखी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, फिर भी कई महिलाएं शुरुआती डायग्नोसिस और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से सही मार्गदर्शन के साथ कंसीव कर सकती हैं।

प्रेगनेंसी में एंडोमेट्रियोसिस

जबकि एंडोमेट्रियोसिस गर्भवती होने की आपकी संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह इसे असंभव नहीं बनाता है। कुछ महिलाओं को वास्तव में चल रहे हार्मोनल परिवर्तनों के कारण प्रेगनेंसी के दौरान एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों में कमी का अनुभव हो सकता है। हालांकि, प्लेसेंटा और प्रसव संबंधी समस्याएं थोड़ी अधिक आम हो सकती हैं। Birla Fertility & IVF, जयपुर में, हम प्रेगनेंसी के दौरान एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं की बारीकी से मॉनिटरिंग करते हैं और उनका समर्थन करते हैं।

एंडोमेट्रियोसिस ट्रीटमेंट के लिए Birla Fertility & IVF, जयपुर को क्यों चुनें?

जयपुर में सर्वश्रेष्ठ एंडोमेट्रियोसिस ट्रीटमेंट की तलाश करने वाले मरीज़ हम पर भरोसा क्यों करते हैं:

  • बहु-विषयक स्पेशलिस्ट

हमारी टीम में स्त्री रोग स्पेशलिस्ट, फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट, लेप्रोस्कोपिक सर्जन और काउंसलर (परामर्शदाता) शामिल है, जो एंडोमेट्रियोसिस के लिए समग्र देखभाल प्रदान करने के लिए सहयोग करते हैं।

  • एडवांस डायग्नोस्टिक टूल्स

हम एंडोमेट्रियोसिस का सटीक पता लगाने और चरण निर्धारित करने के लिए अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और डायग्नोस्टिक लेप्रोस्कोपी सहित अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक उपकरणों का उपयोग करते हैं।

  • फर्टिलिटी-फोकस्ड ट्रीटमेंट

कन्सीव करने की उम्मीद करने वाली महिलाओं के लिए, हम विशेष फर्टिलिटी ट्रीटमेंट देते हैं, जो एंडोमेट्रियोसिस और संबंधित इन्फर्टिलिटी चुनौतियों दोनों को देखते हैं, जिसमें सर्वश्रेष्ठ सफलता दर होती है।

  • न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी

हमारे सर्जन एडवांस लेप्रोस्कोपिक और हिस्टोरोस्कोपिक प्रक्रियाओं में कुशल हैं, जो रिकवरी के समय को कम करते हैं और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन को संरक्षित करते हैं।

  • पर्सनलाइज्ड देखभाल

हर ट्रीटमेंट प्लान आपके लक्षणों, फर्टिलिटी लक्ष्यों और समग्र स्वास्थ्य के अनुरूप है। हम साक्ष्य-आधारित देखभाल को सहानुभूति और पारदर्शिता के साथ जोड़ते हैं।

यदि आप अनएक्सप्लेंड पेल्विक पेन (अकारण श्रोणि में दर्द), पीरियड्स की समस्याओं या इन्फर्टिलिटी का अनुभव कर रहे हैं, तो देरी न करें – आज ही Birla Fertility & IVF में जयपुर में एंडोमेट्रियोसिस स्पेशलिस्ट से मिले। हमारे स्पेशलिस्ट आपको राहत दिलाने और आपके फर्टिलिटी स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेंगे।

अपना अपॉइंटमेंट बुक करें

By clicking Proceed, you agree to our Terms & Conditions and Privacy Policy