एक महिला को सफल रूप से प्रेगनेंट होने के लिए उसके रिप्रोडक्टिव सिस्टम का स्वस्थ होना और अच्छी तरह से काम करना आवश्यक है, लेकिन कई बार कुछ समस्याएं जैसे कि ओवरियन सिस्ट (ओवरी में सिस्ट बनने) के कारण कंसीव करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ओवरी में अनेक तरह की समस्याएं पैदा होती हैं, सिस्ट बनना भी उन्हीं में से एक है। ओवरी को हिंदी में अंडाशय कहते हैं। ये बच्चेदानी के दोनों ओर स्थित छोटी ग्लैंड हैं जो मेंस्ट्रुएशन और प्रेगनेंसी के लिए अंडे और हार्मोन रिलीज करती हैं।
ओव्यूलेशन के दौरान, महिला का एक ओवरी एक अंडा रिलीज करता है। अगर कोई स्पर्म इस अंडे को फर्टिलाइज करता है, तो महिला प्रेगनेंट (गर्भवती) हो सकती हैं। महिला के मेनोपॉज तक पहुंचने तक उसके ओवरी हर मेंस्ट्रुअल साइकिल में एक अंडा रिलीज करते रहते हैं।
एक महिला को कंसीव करने यानी प्रेगनेंट होने के लिए उसके ओवरीज का अंडे को रिलीज करना आवश्यक है। हालांकि, कई बार ओवरी में कोई समस्या होने पर यह प्रक्रिया बाधित होती है जिससे प्रेगनेंसी में समस्याएं पैदा होती है।
क्या ओवेरियन सिस्ट में प्रेगनेंसी संभव है?
ओवेरियन सिस्ट के साथ भी प्रेगनेंसी संभव है, लेकिन कुछ प्रकार के सिस्ट होने पर ओवरी से अंडा रिलीज होने की प्रक्रिया बाधित होती है, जिसके कारण कंसीव करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
हर तरह के सिस्ट प्रेगनेंसी की क्षमता को प्रभावित नहीं करते हैं, लेकिन कुछ प्रकार के ओवेरियन सिस्ट होने पर कंसीव करना काफी कठिन हो जाता है। इसमें मुख्य रूप से शामिल हैं:
- एंडोमेट्रियोमास: इसका मुख्य कारण एंडोमेट्रियोसिस है जिसमें बच्चेदानी की आंतरिक परत के जैसा टिशू बच्चेदानी के बाहर उत्पन्न होती है।
- पीसीओएस: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम को आम बोलचाल की भाषा में पीसीओएस कहते हैं जिसमें ओवरी पर छोटे-छोटे अनेक सिस्ट बन जाते हैं।
अगर ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है तो डॉक्टर फर्टिलिटी को बचाने की कोशिश करते हैं। इसलिए सर्जरी के दौरान केवल सिस्ट को हटाया जाता है। जब मामला गंभीर होता है तो सिस्ट के साथ-साथ एक ओवरी को और कुछ मामलों में दोनों ही ओवरी को हटाया जा सकता है। इस स्थिति में महिला कंसीव करने या प्रेगनेंट होने की क्षमता खो सकती है।
ओवेरियन सिस्ट होने के बावजूद प्रेगनेंट होने के लिए क्या करें?
अगर ओवेरियन सिस्ट अपनी शुरुआत स्टेज में है तो लाइफस्टाइल में कुछ ख़ास बदलाव करके कंसीव किया जा सकता है। वैसे तो ओवेरियन सिस्ट का इलाज करने के लिए डॉक्टर दवा या सर्जरी का सुझाव देते हैं, लेकिन सिस्ट की स्थिति सामान्य होने पर कई बार लाइफस्टाइल से बहुत फायदा होता है। हेल्दी लाइफस्टाइल आपके सम्पूर्ण फर्टिलिटी को बूस्ट करने का काम करता है।
अगर आप ओवेरियन सिस्ट की मरीज हैं और कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन अभी तक प्रेगनेंट होने में सफल नहीं हो पाईं हैं तो निम्न सुझाव का पालन करें:
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: हेल्दी डाइट लेना और नियमित रूप से व्यायाम करना केवल आपकी फर्टिलिटी ही नहीं बल्कि ओवरऑल स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। समय पर सोना और जागना, खाना खाने का टाइम फिक्स करना, डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों और दालों को शामिल करना। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, साफ-सफाई का ध्यान रखना, योग और मेडिटेशन करना आदि हेल्दी लाइफस्टाइल का हिस्सा हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करके ओवेरियन सिस्ट को आसानी मैनेज या ठीक किया जा सकता है।
- ओवुलेशन कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें: अगर आप सक्रिय रूप से प्रेगनेंसी की कोशिश कर रही हैं तो ओवुलेशन कैलकुलेटर का इस्तेमाल करने पर विचार कर सकती हैं। इससे आपको अपनी फर्टिलिटी विंडो को समझने में आसानी होगी जिससे कंसीव करने की संभावना बढ़ जाएगी। अगर आप अपना ओवुलेशन कैलकुलेट करना चाहती हैं तो इस ओवुलेशान कैलाकुलेटर पर से करें और जानें आपको कंसीव करने लिए कौन सा दिन सबसे बेहतर हो सकता है।
- प्रेगनेंसी के लिए सही समय चुनें: ओवुलेशन कैलकुलेटर की मदद से आप उस दिन (फर्टिलिटी विंडो) का अंदाजा लगा सकती हैं जो आपकी प्रेगनेंसी के लिए सबसे सही होगा। फर्टिलिटी विंडो के बारे में पता होने के बाद अगर आप उस दौरान यौन संबंध बनाती हैं तो कंसीव करने यानी प्रेगनेंट होने की संभावना सबसे अधिक होगी
- सर्जरी का चयन करें: कई बार लाइफस्टाइल में बदलाव या दवाओं का सेवन करने के बाद भी ओवेरियन सिस्ट ठीक नहीं होते हैं और आपकी फर्टिलिटी और कंसीव करने की क्षमता को लगातार प्रभावित करते रहते हैं। ऐसे में उपचार के रूप में आपके पास सर्जरी का विकल्प बचता है। सर्जरी के दौरान, डॉक्टर ओवरी से सिस्ट को हटा देते हैं जिससे ओवरी के अंडों को रिलीज करने की क्रिया शुरू होती है, समय पर ओवुलेशन होता है और फिर प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ती है।
ओवेरियन सिस्ट के लक्षण
अधिकतर मामलों में जब ओवेरियन सिस्ट का आकार छोटा और संख्या कम होती है उसके कुछ लक्षण नहीं होते हैं। यही कारण है कि शुरुआत में इस समस्या के बारे में पता नहीं चल पाता है। आमतौर पर जब सिस्ट बड़ा होता है या संख्या में अधिक होता तो इसके लक्षण अनुभव होते हैं जिसमें मुख्य रूप निम्न शामिल हैं:
- इर्रेगुलर पीरियड्स: पीरियड्स का इर्रेगुलर होना इसका शुरुआती लक्षण है। अगर आप खुद में इस लक्षण को अनुभव करती हैं तो तुरंत एक्सपर्ट से मिलें और बात करें।
- सेक्स के समय दर्द: ओवरी में सिस्ट होने पर आपको सेक्स करते समय दर्द महसूस हो सकता है जिससे आपके सेस्क करने की इच्छा ख़त्म हो सकती है।
- पेशाब के दौरान दर्द: सिस्ट के कारन ब्लैडर पर प्रेशर पड़ता है जिससे पेशाब करते समय दर्द होता है। साथ ही, बार-बार करने की ज़रूरत महसूस होती है।
- पेट दर्द: सेक्स के दौरान दर्द होने के साथ-साथ आपको पेट में दर्द भी हो सकता है।
ऊपर दिए गए चरों लक्षण ओवेरियन सिस्ट की ओर इशारा करते हैं। हालाँकि, ये अन्य कारणों से भी हो सकते हैं।
इन सबके अलावा, आप अन्य लक्षणों जैसे कि भूख कम या न लगना, बुखार आना, चक्कर आना और बेहोशी होना आदि।
अगर आपकी ओवरी में सिस्ट हैं जिससे प्रेगनेंसी में समस्याएं पैदा हो रही हैं तो आज ही हमसे संपर्क कर सकती हैं।