एम्ब्र्यो ट्रांसफर, आईवीएफ उपचार का एक हिस्सा है, जिसके दौरान डॉक्टर लैब में विकसित किए गए एम्ब्र्यो को महिला की युटरीन वॉल पर इम्प्लांट करते हैं। एम्ब्र्यो ट्रांसफर एक सरल प्रक्रिया है जिसे पूरा होने में मात्र 15-20 मिनट लगते हैं। प्रक्रिया समाप्त होने के तुरंत बाद, महिला अपने घर जा सकती है।
एम्ब्र्यो ट्रांसफर होने के लगभग 14 दिनों के बाद डॉक्टर महिला को फॉलोअप मीटिंग के लिए बुलाकर, प्रेगनेंसी टेस्ट करते हैं। टेस्ट के दौरान डॉक्टर खून में एचसीजी की उपस्थिति की पुष्टि करते हैं। एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल होने पर जांच का परिणाम सकारात्मक आता है और खून में एचसीजी की उपस्थिति पाई जाती है।
एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण
एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद एक महिला खुद में प्रेगनेंसी के अनेक लक्षणों को अनुभव कर सकती है। इसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:
- ऐंठन: पेल्विक क्षेत्र में ऐंठन होना इस बात की ओर एक इशारा हो सकता है कि आईवीएफ उपचार सफल रहा। हालाँकि, कुछ महिलाओं को आईवीएफ उपचार के कारण भी पेल्विक क्षेत्र में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
- ब्लीडिंग: एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल होने पर एक महिला की योनि से हल्की ब्लीडिंग होती है। योनि से हल्की ब्लीडिंग होना इस बात की पुष्टि करता है कि एम्ब्र्यो युटरीन लाइनिंग में इम्प्लांट हो गया है।
- जी मिचलाना: जी मिचलाना और मॉर्निंग सिकनेस जैसे लक्षण नजर आना एम्ब्र्यो ट्रांसफर की सफलता का संकेत है। लेकिन एम्ब्र्यो ट्रांसफर के तुरंत बाद इन लक्षणों का आना बुरा भी हो सकता है।
- स्तनों में दर्द: गर्भधारण करने के बाद एक महिला के स्तनों में काफी बदलाव आते हैं जैसे कि स्तनों का कोमल होना, उनका आकार बढ़ना, उनमें हल्का सूजन आना, उन्हें छूने में हल्का दर्द होना आदि।
- कमजोरी और थकान: एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद महिला का कमजोरी और थकान महसूस करना भी गर्भावस्था की ओर इशारा कर सकते हैं। अगर आप उचित खान-पान के बाद भी कमजोरी और थकान महसूस करती हैं तो आपके गर्भवती होने की अधिक संभावना है।
- बार-बार पेशाब लगना: बार-बार पेशाब करने की आवश्यकत महसूस होना शुरुआती गर्भावस्था की सफलता की ओर इशारा करता है। एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद गर्भधारण करने पर रात के समय पेशाब करने की आवश्यकता बढ़ सकती है।
- सूजन: एम्ब्र्यो ट्रांसफर करने बाद जब महिला गर्भवती होती है तो उसके पेट में सूजन की शिकायत हो सकती है। यह सूजन फर्टिलिटी ड्रग्स के कारण हो सकता है।
- पीरियड मिस होना: आईवीएफ उपचार के बाद अगर आपके पीरियड समय पर नहीं आते हैं तो इस बात की अधिक संभावना है कि आप गर्भवती हैं।
अगर आप एम्ब्र्यो ट्रासंफर के बाद ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करती हैं तो इस बात का अंदाजा लगा सकती हैं कि आपने गर्भधारण कर लिया है।
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें?
एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद, आमतौर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले लगभग 10-14 दिन इंतजार करने की सलाह दी जाती है। इससे एम्ब्र्यो को इम्प्लांट होने और शरीर को ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) की पुष्टि करने योग्य स्तर का उत्पादन करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है, जो हार्मोन प्रेगनेंसी का पता लगाता है। बहुत जल्दी प्रेगनेंसी टेस्ट करने से गलत रिजल्ट आ सकते हैं, क्योंकि एचसीजी का स्तर अभी तक प्रेगनेंसी का पता लगाने के लिए पर्याप्त नहीं हो पाता है।
एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद सकारात्मक संकेत
सकारात्मक एम्ब्र्यो ट्रांसफर एक सफल गर्भाधान का संकेत देता है जिसका अर्थ है कि आपकी गर्भावस्था शुरू हो गई है। इसलिए, एक सकारात्मक एम्ब्र्यो ट्रांसफर के लक्षण कुछ हद तक गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों के समान ही होते हैं। नीचे कुछ संकेत दिए गए हैं जो इस बात का संकेत हैं कि एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल रहा है:
- पैल्विक दर्द और बेचैनी होना
- स्तन में दर्द और सूजन होना
- थकान महसूस होना
- मतली और उल्टी होना
- योनि स्राव में परिवर्तन होना
- स्पॉटिंग या हल्का रक्तस्राव होना
- पेशाब करने की इच्छा में वृद्धि होना