पहली परामर्श में डॉक्टर आपकी समस्या, मेडिकल हिस्ट्री, जीवनशैली और मानसिक स्थिति को समझते हैं। इससे यह तय होता है कि समस्या का कारण शारीरिक है या मनोवैज्ञानिक।
MB Tower, Medical College Road, Khajanchi Chauraha, Rail Vihar Ph-2 Colony, Raptinagar Phase -4, Gorakhpur, Uttar Pradesh 273004
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक ऐसी समस्या है जिसमें पुरुष यौन संबंध के दौरान अपने लिंग को सही ढंग से सख्त (इरेक्ट) नहीं कर पाते या उसे बनाए रखने में कठिनाई होती है। इसका मतलब है कि लिंग में यौन क्रिया के लिए जरूरी कठोरता नहीं आ पाती या वह जल्दी कमजोर हो जाती है। यह समस्या कभी-कभी अस्थायी होती है और कभी लंबे समय तक बनी रह सकती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन पुरुषों के मानसिक, शारीरिक और सामाजिक जीवन को प्रभावित कर सकती है और कई बार उनके आत्मविश्वास को भी नुकसान पहुंचाती है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के कई कारण हो सकते हैं। यह कारण शारीरिक, मानसिक या दोनों तरह के हो सकते हैं।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लक्षण पहचानना आसान है। अगर आप या आपके साथी को निम्नलिखित समस्या हो रही है, तो यह इसका संकेत हो सकता है:
अगर यह समस्याएं लगातार 3 से 6 महीने से अधिक समय तक बनी रहें, तो इसे गंभीर माना जाता है और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
Gorakhpur, Uttar Pradesh
MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology)
कुछ चीजें इरेक्टाइल डिस्फंक्शन होने की संभावना बढ़ा सकती हैं। यदि आप इन जोखिम कारकों से प्रभावित हैं, तो आपको ज्यादा सावधानी रखने और नियमित जांच कराने की जरूरत होती है।
गोरखपुर में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का इलाज आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों द्वारा आसानी से किया जा सकता है। उपचार आपकी समस्या की वजह और गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।
डॉक्टर आमतौर पर पहले दवाओं का सुझाव देते हैं, जो लिंग में रक्त प्रवाह बढ़ाकर इरेक्शन में मदद करती हैं। जैसे कि सिल्डेनाफिल (वियाग्रा), टाडालाफिल आदि। यह दवाएं केवल डॉक्टर की सलाह से ही लें।
अगर समस्या तनाव, चिंता या मानसिक कारणों से हो रही है तो काउंसलिंग या थेरेपी मददगार हो सकती है।
हार्मोन थेरेपी में डॉक्टर टेस्टोस्टेरोन की कमी को पूरा करने के लिए हार्मोन इंजेक्शन या टैबलेट दे सकते हैं।
मेडिकल प्रक्रियाएं:
प्राकृतिक उपायों में कुछ हर्बल सप्लीमेंट शामिल हैं जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन में सहायता कर सकते हैं। हालांकि, इनका इस्तेमाल बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए क्योंकि कुछ हर्बल दवाएं शरीर पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकती हैं। सही मार्गदर्शन से ही इन्हें लेना सुरक्षित होता है।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सही समय पर पहचान और इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। गोरखपुर जैसे बड़े शहर में आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हैं, जहां यह समस्या आसानी से संभाली जा सकती है। इसलिए, यदि आप इस समस्या का सामना कर रहे हैं, तो चिंता न करें और विशेषज्ञ की मदद लें। स्वास्थ्य बेहतर होने से आपका आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता दोनों बढ़ेगी।