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Pregnancy Me Pet Dard – प्रेगनेंसी के दौरान पेट में दर्द होने के कारण और घरेलू इलाज

Pregnancy Me Pet Dard – प्रेगनेंसी के दौरान पेट में दर्द होने के कारण और घरेलू इलाज

Dr. Rakhi Goyal
Dr. Rakhi Goyal

MBBS, MD (Obstetrics and Gynaecology)

23+ Years of experience

Table of Contents

प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है? – Pregnancy Me Pet Dard Kyu Hota Hai

प्रेगनेंसी में दौरान पेट दर्द आम बात है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि:

  • गैस और कब्ज: हार्मोनल बदलाव के कारण गैस और कब्ज की समस्या हो सकती है, जो पेट दर्द का कारण बन सकता है।
  • लिगामेंट्स में खिंचाव: बच्चेदानी का आकार बढ़ने से पेट की मांसपेशियों और लिगामेंट्स में खिंचाव होता है जिससे पेट में दर्द हो सकता है।
  • एसिडिटी: पेट में जलन और एसिडिटी भी प्रेगनेंसी के दौरान पेट में दर्द का कारण बन सकते हैं।
  • बच्चेदानी में संकुचन: प्रेगनेंसी के दौरान बच्चेदानी में हल्के संकुचन होना सामान्य हैं, लेकिन अगर ज्यादा दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
  • इंफेक्शन: कई बार इंफेक्शन के बाद भी पेट दर्द की शिकायत होती है। अगर दर्द तेज हो और बुखार या उल्टी के साथ हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

अगर आपके पेट का दर्द असहनीय हो या कोई असामान्य लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से परमर्श करें। प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है? इसका सही कारण जानने के लिए जांच जरूरी है।

प्रेगनेंसी के पहले महीने में पेट दर्द

प्रेगनेंसी के पहले महीने में हल्का पेट दर्द होना सामान्य है, जो शरीर में हो रहे बदलावों की ओर इशारा हो सकता है। पहले महीने में पेट दर्द के निम्न कारण हो सकते हैं:

  • इम्प्लांटेशन दर्द: जब भ्रूण बच्चेदानी में इम्प्लांट होता है, तो हल्का खिंचाव या दर्द महसूस हो सकता है।
  • गैस और कब्ज: हार्मोनल बदलाव से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे पेट दर्द हो सकता है।
  • मांसपेशियों में खिंचाव: शिशु का विकास होने पर बच्चेदानी फैलने लगता है, जिससे हल्का खिंचाव और दर्द महसूस हो सकता है।

अगर दर्द बहुत तेज हो या ब्लीडिंग के साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण में हल्का पेट दर्द सामान्य है, लेकिन किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

प्रेगनेंसी में सामान्य और असामान्य पेट दर्द – कैसे पहचानें?

प्रेगनेंसी में हल्का पेट दर्द सामान्य हो सकता है, लेकिन कभी-कभी यह किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है।

सामान्य पेट दर्द के कारणों में शामिल हैं:

  • गैस और कब्ज
  • लिगामेंट्स में खिंचाव
  • बच्चेदने में हल्के संकुचन

असामान्य पेट दर्द के लक्षण:

  • तेज या लगातार दर्द होना: अगर दर्द बहुत ज्यादा हो और कम न हो रहा हो।
  • ब्लीडिंग के साथ दर्द: दर्द के साथ ब्लीडिंग होना गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
  • प्रेगनेंसी के दौरान योनि में दर्द: अगर योनि में तेज दर्द या जलन महसूस होने पर तुरंत जांच कराएं।
  • प्रेगनेंसी में कमर में दर्द: हल्का कमर दर्द सामान्य है, लेकिन दर्द तेज होने या फैलने डॉक्टर से मिलें।

अगर किसी भी तरह का असामान्य दर्द हो, तो उसे नजरअंदाज न करें और समय पर डॉक्टर से संपर्क करें।

प्रेगनेंसी में पेट दर्द से बचाव

प्रेगनेंसी के दौरान पेट दर्द से बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी चाहिए। सही लाइफस्टाइल और खानपान से इसे रोका जा सकता है।

  1. सही खानपान अपनाएं: अपनी प्रेगनेंसी डाइट में फाइबर से भरपूर भोजन, ताजे फल, सब्जियां और पर्याप्त पानी शामिल करें। मसालेदार और तली-भुनी चीजों से बचें, क्योंकि इससे गैस और एसिडिटी की समस्या होती है।
  2. सही तरीके से सोएं: प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए? बाईं करवट सोने की सलाह दी जाती है, इससे पेट और कमर पर कम दबाव पड़ता है। सोते समय पैरों के नीचे तकिया रखें ताकि शरीर को सही सपोर्ट मिले।
  3. सुकून और शांति: गर्भ संस्कार पुस्तक पढ़ें, जिससे सुकून और शांति बनी रहे और पॉजिटिव एनर्जी मिले। मेडिटेशन और हल्की एक्सरसाइज करें, ताकि शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहे।

अगर फिर भी पेट दर्द ज्यादा हो या असामान्य लगे, तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें।

प्रेगनेंसी में पेट दर्द का घरेलू इलाज – Pregnancy Me Pet Dard ke Gharelu Upay

प्रेगनेंसी के दौरान हल्का पेट दर्द आम बात है, जिसे कुछ खास घरेलू उपायों से कम किया जा सकता है। सही लाइफस्टाइल अपनाने से प्रेगनेंसी में नॉर्मल डिलीवरी की संभावना भी बढ़ती है।

  1. हल्की एक्सरसाइज और योग: नियमित वॉक और हल्की स्ट्रेचिंग करें, क्योंकि इससे पेट और कमर की मांसपेशियों को राहत मिलती है। डिलीवरी को आसान बनाने के लिए योग करें।
  2. सही डाइट और हाइड्रेशन: फाइबर से भरपूर डाइट और गर्म पानी प्रेगनेंसी में फायदेमंद होते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पाचन सही रहता है।
  3. गर्म पानी से सिकाई: हल्के गुनगुने पानी से पेट की सिकाई करने से दर्द कम होता है। गर्म पानी से नहाने से भी शरीर को आराम मिलता है।
  4. आराम करना और सही पोश्चर में बैठना: ज्यादा देर तक एक ही स्थिति में न बैठें, पीठ सीधी रखें और पैरों को थोड़ा ऊंचा रखें। सोते समय बाईं करवट रखें।

अगर इन सबके बाद भी दर्द से राहत न मिलें तो अपने डॉक्टर से सलाह लें और उसका पालन करें।

प्रेगनेंसी में पेट दर्द कब चिंता का विषय हो सकता है?

प्रेगनेंसी में हल्का पेट दर्द सामान्य है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि:

  • बहुत तेज या लगातार दर्द होना
  • ब्लीडिंग के साथ दर्द होना
  • सिरदर्द, चक्कर या बेहोशी होना
  • तेज बुखार और उल्टी

अगर पेट दर्द के साथ कोई असामान्य लक्षण दिखें, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

बच्चेदानी फैलने, गैस, कब्ज और लिगामेंट्स में खिंचाव के कारण हल्का दर्द हो सकता है, जो सामान्य है।

प्रेगनेंसी के 4 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

बच्चेदानी का आकार बढ़ने, मांसपेशियों में खिंचाव और पाचन समस्याओं के कारण हल्का पेट दर्द हो सकता है।

प्रेगनेंसी के 5 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

बच्चेदानी का आकार बढ़ने, लिगामेंट्स में तनाव, हल्के संकुचन और गैस की समस्या के कारण पेट में दर्द महसूस हो सकता है।

प्रेगनेंसी के 6 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

बच्चेदानी में खिंचाव, हल्के ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन, गैस और कब्ज के कारण प्रेगनेंसी के छठे महीने में पेट दर्द हो सकता है।

प्रेगनेंसी के 7 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

बच्चे की हलचल, लिगामेंट्स में खिंचाव, एसिडिटी, ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन और गैस की वजह से हल्का दर्द हो सकता है।

प्रेगनेंसी के 8 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन, शिशु के बढ़ते वजन, मांसपेशियों में तनाव और पाचन समस्याओं के कारण हल्का पेट दर्द हो सकता है।

प्रेगनेंसी के 9 महीने में पेट दर्द क्यों होता है?

डिलीवरी से पहले संकुचन, शिशु का नीचे आना, लिगामेंट्स में खिंचाव और बच्चेदानी पर दबाव बढ़ने से पेट दर्द महसूस हो सकता है।

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