आईवीएफ और सरोगेसी पर क्या है डॉक्टरों की राय
- Published on August 18, 2022
- Updated on August 24, 2022
आजकल देखा गया है कि बांझपन की समस्या महामारी की तरह फैल रही है. बांझपन यानी इनफर्टिलिटी के कारण दंपति माता-पिता नहीं बन पाते हैं. पढ़ाई, करियर और भविष्य की चिंता में हर कोई इतना बिजी है कि शादी करने की उम्र में देरी हो रही है.
शादी के बाद गर्भधारण में भी देरी हो रही है. जहां एक तरफ महिलाओं की शादी और गर्भावस्था के लिए उम्र बढ़ने पर अंडे की मात्रा और गुणवत्ता घटती जाती है. वहीं दूसरी तरफ पुरुषों में स्पर्म की संख्या और गुणवत्ता पर भी बुरा असर पड़ता है.
इसके अलावा, गलत जीवनशैली, अस्वस्थ खान-पान, मोटापा, शराब और सिगरेट का सेवन एवं महिला तथा पुरुष की प्रजनन प्रणाली में किसी प्रकार की समस्या होने के कारण भी एक दंपति को गर्भधारण करने में परेशानी होती है. ऐसे में आईवीएफ और सरोगेसी एक वरदान के रूप में सामने आते हैं.
आईवीएफ और सरोगेसी एक प्रकार के प्रजनन उपचार हैं जिनकी मदद से बांझपन से पीड़ित महिला और पुरुष अपने माता-पिता बनने का सपना पूरा कर सकते हैं. आईवीएफ और सरोगेसी को लेकर लोगों के मन अनेक प्रश्न होते हैं.
आईवीएफ और सरोगेसी से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों के जवाबों पर कई बार जानकारी के आभाव में व्यक्ति गलती कर बैठता है. ऐसी परिस्थिति का सामना करने से बेहतर है विशेषज्ञ की राय लेना.
The Quint की वेबसाइट पर प्रकाशित इस खास ब्लॉग में बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ की कंसल्टेंट डॉ प्राची बेनारा आईवीएफ और सरोगेसी से संबंधित कुछ महतवपूर्ण प्रश्नों के जवाब दे रही हैं.