सिगरेट का सेवन प्रजनन क्षमता को कम कर सकता है, जिससे गर्भधारण करने में मुश्किलें पैदा हो सकती हैं। सिगरेट प्रजनन प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है और हार्मोन उत्पादन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसका सेवन करने से शुक्राणु में डीएनए को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
समय के साथ दुनिया बदलती है, हमारे काम करने का तरीका बदलता है, हमारे खान-पान और अंतत हमारी जीवनशैली में बदलाव आता है। ये बदलाव हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
नशीली चीजें जैसे कि सिगरेट आदि का सेवन आज हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चूका है। कुछ लोग तनाव में आकर सिगरेट का सेवन करते हैं तो कुछ को इसकी लत लग चुकी होती है। कई बार पर्स्नल या प्रोफेशनल लाइफ में संतुलन न होने के कारण तनाव पैदा होता है।
ऐसे में तनाव को दूर करने के लिए लोग सिगरेट का सेवन करते हैं। सिगरेट का सेवन आप चाहे जिस कारण से भी करें। यह आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करता है।
हालाँकि, आमतौर पर यही माना जाता है की सिगरेट का सेवन करने से फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है। लेकिन सच्चाई यह है की सिगरेट महिला या पुरुष की प्रजनन क्षमता को भी बुरी तरह से प्रभावित करता है जिससे उन्हें गर्भधारण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस ब्लॉग में हम पुरुष और महिला की प्रजनन क्षमता पर सिगरेट के प्रभाव को अच्छी तरह से समझने की कोशिश करेंगे।
पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर सिगरेट का प्रभाव
वीर्य विश्लेषण के विभिन्न मापदंडों पर धूम्रपान का हानिकारक प्रभाव दिखाया गया है। रामलौ-हानसेन सीएच द्वारा 1987 से 2004 तक 2542 स्वस्थ पुरुषों के क्रॉस-सेक्शनल विश्लेषण में पाया गया कि वीर्य विश्लेषण पर, सिगरेट पीने वालों में धूम्रपान न करने वाले पुरुषों की तुलना में वीर्य की मात्रा, शुक्राणुओं की संख्या और गतिशील शुक्राणु का प्रतिशत काफी कम था।
इसके अलावा, यह सुझाव दिया गया था कि धूम्रपान और शुक्राणु एकाग्रता के बीच संबंध खुराक पर निर्भर था। वास्तव में, जिन पुरुषों ने प्रति दिन 20 से अधिक सिगरेट का सेवन किया, धूम्रपान न करने वालों की तुलना में उनकी शुक्राणु एकाग्रता में 19% की कमी का अनुभव किया।
यह निष्कर्ष निकाला गया कि वयस्क धूम्रपान के परिणामस्वरूप वीर्य की गुणवत्ता में मध्यम हानि होती है। दूसरी शोध में यह पाया गया की सिगरेट न पीने वालों की तुलना में सिगरेट का सेवन करने वाले पुरुषों में स्पर्म डेंसिटी 15.3%, टोटल स्पर्म काउंट 17.5% और टोटल मोटाइल स्पर्म 16.6% कम था।
अगर आप सिगरेट का सेवन करते हैं तो इस बात की उम्मीद की जा सकती है की आपकी पत्नी को गर्भधारण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अगर ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं तो आपको विशषेज्ञ डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर सिगरेट का प्रभाव
जैसा कि हमने पहले ही बताया कि सिगरेट पुरष के साथ-साथ महिला की प्रजनन क्षमता पर भी बुरा प्रभाव डालता है। सिगरेट का सेवन करने वाली महिलाओं की जनन क्षमता निम्न तरह से प्रभावित हो सकती है:
शोध से इस बात की पुष्टि हुई है कि सिगरेट का सेवन करने से फैलोपियन ट्यूब बंद होने का खतरा होता है। फैलोपियन ट्यूब बंद यानी ब्लॉक होने पर अंडाशय में अंडे परिपक्व होने के बाद फैलोपियन ट्यूब में नहीं जा पाते हैं जिसके कारण फर्टिलाइजेशन की क्रिया पूरी नहीं होती है।
अंडों का परिपक्व होकर अंडाशय से फैलोपियन ट्यूब में जाना मेडिकल भाषा में ओवुलेशन कहलाता है। ओवुलेशन के बाद, यौन संबंध बनाने के बाद पुरुष का स्पर्म फैलोपियन ट्यूब में जाता है जहाँ वह पहले से मौजूद अंडे को निषेचित यानी फर्टिलाइज करता है। यह गर्भावस्था की सबसे शुरुआती चरण है।
हालाँकि, कुछ मामलों में अगर फैलोपियन ट्यूब बंद होने के बाद भी महिला गर्भधारण कर लेती है तो बाद में गर्भपात या एक्टोपिक प्रेगनेंसी का खतरा अधिक होता है।
सिगरेट का सेवन करने से अंडाशय में विकसित हो रहे अंडों को नुकसान पहुँचता है जिसके कारण वे पर्याप्त रूप से परिपक्व नहीं हो पाते है। नतीजतन, समय पर ओवुलेशन नहीं होता है और गर्भधारण में दिक्कतें आती हैं।
इन सबके अलावा, सिगरेट का सेवन करने वाली महिलाओं में गर्भपात होने, गर्भ में पल रहे शिशु का सही से विकास नहीं होने, गर्भाशय के अस्तर में परिवर्तन के कारण भ्रूण के स्वस्थ रूप आरोपण (इम्प्लांटेशन) नहीं होने की संभावना आदि का खतरा होता है। दुर्लभ मामलों में सिगरेट का सेवन महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का कारण भी हो सकता है।
यह बताना महत्वपूर्ण है कि ये सभी मुद्दे सीधे तौर पर धूम्रपान के कारण नहीं होते हैं। वे एक दूसरे से जुड़े हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, असुरक्षित यौन संबंध का अभ्यास करने से पैल्विक संक्रमण और अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब का खतरा भी बढ़ सकता है। हालांकि, अंडाशय में अंडों के क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में, यह धूम्रपान का सीधा कारण हो सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या सिगरेट पीने से सेक्स पावर कम होता है?
हां. सिगरेट का सेवन करने से सेक्स पावर कम होता है। सिगरेट पीने पर खून में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है जो उस हार्मोन के निर्माण में बाधा डालता है जिससे सेक्स पावर कम होता है।
सिगरेट पीने से लड़कियों को क्या होता है?
सिगरेट पीने से लड़कियों की समग्र एवं खासकर प्रजनन स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है जिससे उन्हें गर्भधारण में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।