
मिथक तोड़ना: क्या आईयूआई दर्दनाक है?

फर्टिलिटी ट्रीटमेंट लेने वाले कई कपल्स के मन में अक्सर एक सवाल उठता है कि क्या आईयूआई (IUI) प्रक्रिया दर्दनाक होती है? यह सवाल लाजमी है, क्योंकि जब बात मत-पिता बनने से जुड़ी हो, तो हर कदम को लेकर जिज्ञासा और हल्की आशंका होना सामान्य है। इस ब्लॉग में हम IUI से जुड़ी आम मिथकों को दूर करेंगे, समझेंगे कि यह प्रक्रिया कब सुझाई जाती है, किन परिस्थितियों में इससे बचना चाहिए, और इसे और भी आरामदायक बनाने के तरीके जानेंगे। सही जानकारी और विशेषज्ञ मार्गदर्शन के साथ, आईयूआई एक सुरक्षित, सरल और आमतौर पर बिना दर्द वाली प्रक्रिया होती है।
आईयूआई प्रक्रिया क्या होती है?
IUI(इंट्रा यूटेराईन इन्सेमिनेशन) एक सुरक्षित और किफायती फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है, जिसका इस्तेमाल उन कपल्स द्वारा किया जाता है, जो प्राकृतिक रूप से प्रेगनेंट नहीं हो पा रहे हैं। इस प्रोसेस में पुरुष के हेल्दी स्पर्म को महिला की यूट्रस में सीधा डाला जाता है, ताकि वह एग के करीब पहुंच सके और प्रेगनेंसी की संभावना बढ़ जाए। IUI आमतौर पर महिला के ओव्यूलेशन के समय किया जाता है ताकि जब एग यूट्रस में हो, तब अधिक एक्टिव स्पर्म वहां पहुंच सके। यह प्रोसेस तेज, दर्दरहित और कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाता है और इसे क्लीनिक में किया जाता है।
IUI उन कपल्स के लिए बढ़िया ऑप्शन है, जो महंगे और दर्दनाक ट्रीटमेंट को नहीं करवाना चाहते हैं और उनके पास ज्यादा बजट भी नहीं है। IUI IVF की तुलना में कम खर्चीला, कम दर्दनाक होता है।
आईयूआई की सलाह कब दी जाती है?
अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान यानि आईयूआई (Intrauterine insemination – IUI) एक सरल प्रजनन उपचार है जिसे डॉक्टर निम्नलिखित स्थितियों में सुझा सकते हैं:
- हल्का पुरुष कारक बांझपन (Mild male factor infertility):- जैसे, शुक्राणुओं की संख्या या गतिशीलता में थोड़ी कमी।
- अस्पष्टीकृत बांझपन (Unexplained infertility):- जब बुनियादी जाँचें सामान्य होती हैं, लेकिन गर्भधारण नहीं हुआ होता।
- गर्भाशय ग्रीवा संबंधी कारक समस्याएँ (Cervical causative factors):- जैसे, प्रतिकूल गर्भाशय ग्रीवा बलगम या गर्भाशय ग्रीवा का स्टेनोसिस जो शुक्राणु मार्ग में बाधा डालता है।
- ओव्यूलेशन विकार (Ovulation disorders):- जब शुक्राणुओं की नियुक्ति के समय के लिए ओव्यूलेशन प्रेरण को आईयूआई के साथ जोड़ा जाता है।
- डोनेर शुक्राणु चक्र (Donor sperm cycle):- जब गर्भाधान द्वारा चक्र में दाता शुक्राणु को प्रवेश कराया जाता है।
- जब कपल्स आईवीएफ से पहले एक सरल, कम लागत वाला उपचार चाहते हैं।
आईयूआई एक सौम्य प्रारंभिक चरण प्रदान कर सकता है। लेकिन यह हर प्रजनन चुनौती के लिए उपयुक्त नहीं है।
आईयूआई प्रक्रिया में कितना समय लगता है?
IUI का एक फ़ायदा यह है कि यह तेज़ है। एक सामान्य आउटपेशेंट प्रक्रिया इस प्रकार होती है:
- प्रक्रिया-पूर्व तैयारी (pre-procedure preparation):- रोगी आता है, महत्वपूर्ण संकेत और संक्षिप्त जाँच की जाती है (5-10 मिनट)।
- नमूना तैयार करना (sample preparation):- शुक्राणु के नमूने को भ्रूण विज्ञान प्रयोगशाला (Embryology Laboratory) द्वारा “धोया” और सांद्रित किया जाता है (10-20 मिनट, समानांतर रूप से किया जाता है)।
- गर्भाधान (conception):- गर्भाशय ग्रीवा (uterine cervix) के माध्यम से एक कैथेटर का वास्तविक प्रवेश और गतिशील शुक्राणु का गर्भाशय गुहा में जमाव (अक्सर अल्ट्रासाउंड मार्गदर्शन में): इसमें केवल कुछ मिनट (2-5 मिनट) लगते हैं।
- निरीक्षण और विश्राम (inspection and rest):- रोगी को ठीक होने या स्थिर होने का समय देने के लिए एक छोटी विश्राम अवधि (10 मिनट से 20 मिनट)।
प्रक्रिया के बाद परामर्श या छुट्टी में लगभग 5 मिनट लगते हैं, जिसमें संक्षिप्त निर्देश और अगली मुलाकात का कार्यक्रम बताया जाता है। कुल मिलाकर, क्लिनिक में आगमन से लेकर प्रस्थान तक पूरा IUI सत्र आमतौर पर 30 से 60 मिनट का होता है, जबकि मुख्य गर्भाधान प्रक्रिया सिर्फ कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है।
IUI के जोखिम और साइड इफेक्ट
IUI(इंट्रा यूटेराईन इन्सेमिनेशन) एक आसान और सुरक्षित फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है और इसमें कोई बड़ा जोखिम नहीं होता है। लेकिन IUI के जोखिम और साइड इफेक्ट (IUI treatment side effects in Hindi) भी हैं, जिनके बारे में आपको पता होना जरूरी है।
हल्की ऐंठन या स्पॉटिंग
IUI के बाद पेट दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है। साथ ही कभी-कभी हल्की ब्लीडिंग आ सकती है, जो आमतौर पर 1-2 दिन में बंद हो जाती है।
इन्फेक्शन का हल्का खतरा
इस प्रोसेस में एक पतली ट्यूब ओवरी के अंदर डाली जाती है, तो बहुत कम ही महिलाओं में वेजाइनल (योनि में संक्रमण) या यूट्राइन इंफेक्शन (uterine infection) का खतरा होता है।
ओवेरियन हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम (OHSS)
इस IUI प्रोसेस में आपकी ओवरी ने दवाओं की वजह से ढेर सारे अंडे बना दिए होते हैं, इससे ओवरी में सूजन, दर्द जैसी समस्या हो सकती हैं। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर आपको तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ या अपनी गायनोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए।
आईयूआई उपचार से किसे बचना चाहिए?
IUI हमेशा उपयुक्त नहीं है। कुछ रोगियों के लिए आईवीएफ या वैकल्पिक उपचार बेहतर होते हैं। निम्न स्थितियों में आईयूआई नहीं करवाने की सलाह दी जाती है:
- गंभीर पुरुष कारक बांझपन (severe male factor infertility):- बहुत कम शुक्राणु (Sperm) संख्या या गंभीर गतिशीलता संबंधी समस्याएँ।
- अवरुद्ध या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त फैलोपियन ट्यूब (Blocked or severely damaged fallopian tubes):- क्योंकि निषेचन (fertilization) के लिए शुक्राणु को अभी भी ट्यूबों से होकर गुजरना पड़ता है।
- कम डिम्बग्रंथि आरक्षित क्षमता वाली वृद्धावस्था (Older age with reduced ovarian reserve capacity):- जहाँ सफलता की संभावना कम हो सकती है, और अधिक आक्रामक हस्तक्षेप को प्राथमिकता दी जाती है।
- गंभीर एंडोमेट्रियोसिस या पेल्विक आसंजन (Severe endometriosis or pelvic adhesions):- जहाँ शारीरिक विकृतियाँ शुक्राणु/एग्स के संपर्क में बाधा डालती हैं।
- बार-बार असफल आईयूआई चक्र (Repeated unsuccessful IUI cycles):- एक बिंदु पर, प्रभावशीलता स्थिर हो जाती है।
- गर्भाशय संबंधी असामान्यताएँ (Uterine abnormalities):- जैसे बड़े फाइब्रॉएड (fibroid), शारीरिक विकृतियाँ, या एंडोमेट्रियल विकृतियाँ (Endometrial pathologies) जो गर्भधारण की संभावनाओं को कम करती हैं।
आपका प्रजनन विशेषज्ञ जोखिम, सफलता दर और लागत का आकलन करके सलाह देगा कि क्या आईयूआई आपकी स्थिति के लिए उपयुक्त है।
क्या आईयूआई प्रक्रिया दर्दनाक होती है: मिथक बनाम तथ्य
मिथक: IUI बहुत दर्दनाक होती है?
कुछ लोगों का मानना है कि चूँकि गर्भाशय ग्रीवा और गर्भाशय प्रभावित होते हैं, इसलिए तेज़ दर्द होना लाज़मी है। यह बात काफ़ी बढ़ा-चढ़ाकर कही गई है। कई मरीज़ केवल हल्की ऐंठन, दबाव या हल्की बेचैनी की शिकायत करते हैं—जो पैप स्मीयर या अंतर्गर्भाशयी उपकरण (आईयूडी) लगाने के समान है।
तथ्य: ज़्यादातर लोगों को बहुत कम असुविधा होती है
वास्तविक जीवन में, ज़्यादातर लोग इस तरह की संवेदनाओं का वर्णन करते हैं:
- कैथेटर के गर्भाशय ग्रीवा से गुज़रते समय हल्की ऐंठन या चुभन
- शुक्राणु के इंजेक्शन के दौरान दबाव का एहसास
- प्रक्रिया के बाद थोड़ी ऐंठन
- कभी-कभी, हल्का स्पॉटिंग (अपेक्षित और क्षणिक)
ये संवेदनाएँ हल्की से मध्यम होती हैं—शायद ही कभी गंभीर। चूँकि कैथेटर बहुत पतला होता है और लुब्रिकेशन या सुन्न करने वाले जैल का इस्तेमाल किया जा सकता है, इसलिए असुविधा अक्सर कम होती है।
इस प्रकार, जबकि “दर्द” को पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता, यह मानना भ्रामक है कि IUI व्यापक रूप से दर्दनाक है। वास्तव में, अधिक आक्रामक प्रक्रियाओं (हम जल्द ही IVF से तुलना करेंगे) की तुलना में IUI कई लोगों के लिए कम दर्दनाक होता है।
आईयूआई के बाद कमर और पेट दर्द क्यों होता है?
IUI के बाद कमर दर्द या पेट के निचले हिस्से में हल्का दर्द महसूस होता है। कमर दर्द होने के पीछे का कारण कुछ इस प्रकार है।
कैथेटर डालने से हल्की जलन या ऐंठन
आईयूआई प्रक्रिया के दौरान एक पतली ट्यूब जिसे कैथेटर कहा जाता है, उसे वजाइना के जरिए यूट्रस तक पहुंचाया जाता है। इसमें थोड़ी जलन और कैम्पिंग हो सकती है और यह दर्द 1-2 दिन तक बना रह सकता है।
हार्मोन की दवाओं का असर
IUI प्रोसेस के पहले या बाद में महिलाओं को प्रोजेस्टेरोन जैसी दवाओं का सेवन करना पड़ता है, ताकि शरीर प्रेगनेंसी के लिए तैयार हो सके। ये दवाएं महिला के शरीर में सूजन, हल्की ऐंठन और पीठ के निचले हिस्से में भारीपन पैदा कर सकती हैं।
ओव्यूलेशन को उत्तेजित करने वाली दवाएं
IUI से पहले महिलाओं को दवाएं दी जाती हैं, जिससे ओवरी ज्यादा एग्स बना पाए। इस वजह से ओवरी थोड़ी बड़ी और सूजी हुई महसूस हो सकती है, जिससे पेट और पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है। इसे माइल्ड ओवेरियन हाइपरस्टिम्युलेशन कहते हैं।
इम्प्लांटेशन के समय हल्का दर्द (Implantation Cramps)
IUI प्रोसेस के 6 से 12 दिन बाद, अगर एग फर्टिलाइज हो गया है और वह यूट्रस की परत पर चिपक रहा है, तो कुछ महिलाओं को पेट और कमर में दर्द महसूस हो सकता है।
दर्द कब सामान्य है और कब गंभीर?
IUI यानी Intrauterine Insemination प्रोसेस के बाद महिलाएं अपनी शरीर में कुछ बदलाव महसूस करती हैं। कुछ महिलाओं को हल्का दर्द, ऐंठन और भारीपन महसूस होता है। लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी हो सकते हैं जिन पर ध्यान देना जरूरी बन जाता है। जैसे कि-
- पेट में तेज दर्द और ऐंठन महसूस हो रही है।
- ज्यादा ब्लीडिंग होने पर
- तेज बुखार और थकावट होने पर
- चक्कर आने, सांस लेने में परेशानी और यूरिन पास करने में तकलीफ होने पर आपको तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।
आईयूआई के बाद दर्द से राहत पाने के घरेलू उपाय
IUI(इंट्रा यूटेराईन इन्सेमिनेशन) प्रक्रिया के बाद महिलाओं को कुछ घरेलू उपाय करने चाहिए ताकि आपको दर्द और ऐंठन से आराम मिल सके।
- फर्टिलिटी प्रोसेस के बाद महिलाओं को कुछ घंटे आराम करना चाहिए।
- घर के भारी-भरकम काम करने से बचना चाहिए।
- पेट और पीठे के निचले हिस्से पर हॉट वाटर बैग या हीटिंग पैड का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे दर्द और ऐंठन में आराम मिल सकती है।
- दिन में आपको करीब 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए और खाने में दाल, सूप और उबली सब्जियां खानी चाहिए।
- IUI प्रोसेस के 1-2 दिन बाद जब आपको ठीक लग रहा हो, तो आपको हल्का योग और एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- अगर आपको दर्द ज्यादा हो रहा है, तो आप डॉक्टर की सलाह पर पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी दवाएं ले सकते हैं।
- फर्टिलिटी प्रोसेस के बाद आपको टाइट जीन्स या कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
आईयूआई (IUI) प्रोसेस के बाद कई बार महिलाओं को हल्का दर्द और ऐंठन महसूस हो सकती है। लेकिन कुछ गंभीर स्थितियों में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- अगर आपके पेट या पीठ में ज्यादा दर्द हो रहा है और आपसे सहन नहीं हो रहा है।
- आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है और क्लॉट्स आ रहे हैं।
- IUI प्रोसेस के बाद अगर आपको फीवर आ रहा है, ठंड लग रही है और उल्टी जैसा बार-बार महसूस हो रहा है।
- अगर आपको चक्कर और कमजोर लग रही है और यूरिन पास करने में तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है।
- अगर आपका पेट ज्यादा फूल रहा है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
सही आईयूआई विशेषज्ञ कैसे खोजें?
सही प्रजनन विशेषज्ञ का चयन आपके आराम, आत्मविश्वास और परिणामों पर सीधा असर डालता है। सही चयन के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखें:
- प्रजनन एंडोक्रिनोलॉजी (Reproductive Endocrinology) में बोर्ड प्रमाणन और वर्षों का अनुभव देखें।
- समीक्षाओं से जानें कि डॉक्टर और स्टाफ कितने सहानुभूतिपूर्ण और सहयोगी हैं।
- क्लिनिक को प्रक्रिया, लागत और सफलता दर के बारे में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए।
- विशेषज्ञ जो आपकी बात ध्यान से सुनता है और भरोसा जगाता है, वही सही चुनाव है।
- अल्ट्रासाउंड-गाइडेड IUI, लचीले कैथेटर और बेहतर लैब सुविधाएँ सफलता की संभावना बढ़ाती हैं।
- शांत वातावरण, गोपनीयता और सहायक स्टाफ अनुभव को बेहतर बनाते हैं।
“आईवीएफ के बाद पेट दर्द” को लेकर भ्रम क्यों? Why the confusion about “abdominal pain after IVF”?
कई लोग सामान्य प्रजनन प्रक्रियाओं को एक ही मान लेते हैं, या आईवीएफ के बाद पेट दर्द के किस्से सुनते हैं, और मान लेते हैं कि आईयूआई के बाद भी ऐसा ही होगा। लेकिन आईवीएफ में अंडाणु निकालना, हार्मोनल उत्तेजना और अधिक आक्रामक चरण शामिल होते हैं—इसलिए प्रक्रिया के बाद दर्द या बेचैनी आईयूआई की तुलना में IVF में अधिक आम है। दोनों को भ्रमित करने से आईयूआई के बारे में डर बढ़ सकता है।
इसलिए, जब लोग पूछते हैं, “क्या IUI दर्दनाक है?” तो यह मिथकों को तथ्यों से अलग करने में मदद करता है—और यह नहीं मानने में मदद करता है कि आईवीएफ के दुष्प्रभाव सीधे IUI के दौरों में बदल जाते हैं।
निष्कर्ष
अगर किसी कपल के लिए स्वाभाविक रूप से प्रेगनेंट होना संभव नहीं हो पा रहा है, तो वे मॉर्डन फर्टिलिटी ट्रीटमेंट IUI (इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन) के जरिए माता-पिता बन सकते हैं। अगर आप सही समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर सही इलाज शुरू कर देते हैं, तो आप IUI से प्रेगनेंट हो सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नोत्तर
आईयूआई के बाद पेट में दर्द होना सामान्य है क्या?
हां, IUI (इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन) के बाद पेट में दर्द होना नॉर्मल है, क्योंकि इसमें स्पर्म को सीधे यूट्रस में डाला जाता है, जिससे यूट्रस के आसपास थोड़ी जलन हो सकती है।
आईयूआई के बाद कमर दर्द कब तक रहता है?
IUI के करीब 3 दिन बाद तक पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है और यह 14 दिन के आसपास तक बना रह सकता है।
क्या आईयूआई के बाद पेट दर्द गर्भधारण का संकेत हो सकता है?
हां, IUI के बाद पेट में दर्द होना प्रेगनेंसी का संकेत हो सकता है। आपको 14 दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कराना चाहिए।
आईयूआई के बाद क्या भारी काम या झुकना सही है?
IUI (इंट्रायूटेराइन इनसेमिनेशन) के बाद भारी काम और झुकने से बचने की डॉक्टर सलाह देते हैं।
आईयूआई के बाद कौन से लक्षण चिंता का कारण हो सकते हैं?
अगर आईयूआई के बाद आपके पेट और पीठ में तेज दर्द, ज्यादा ब्लीडिंग, तेज बुखार और ज्यादा वजाइनल डिस्चार्ज हो रहा है, तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
आईयूआई के बाद दर्द से राहत पाने के लिए क्या करें?
आईयूआई के बाद दर्द से आराम पाने के लिए आपको आराम करना, हीटिंग पैड से सिंकाई करना और हाइड्रेटेड रहना जरूरी होता है।
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