भ्रूण स्थानांतरण (एम्ब्र्यो ट्रांसफर) के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण

Dr. Swati Mishra
Dr. Swati Mishra

MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology)

20+ Years of experience
भ्रूण स्थानांतरण (एम्ब्र्यो ट्रांसफर) के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण

भ्रूण स्थानांतरण क्या है?

एम्ब्र्यो ट्रांसफर (Embryo Transfer), आईवीएफ उपचार का एक हिस्सा है, जिसके दौरान डॉक्टर लैब में विकसित किए गए एम्ब्र्यो को महिला की युटरीन वॉल पर इम्प्लांट करते हैं। एम्ब्र्यो ट्रांसफर एक सरल प्रक्रिया है जिसे पूरा होने में मात्र 15-20 मिनट लगते हैं। प्रक्रिया समाप्त होने के तुरंत बाद, महिला अपने घर जा सकती है।

भ्रूण स्थानांतरण होने के लगभग 14 दिनों के बाद डॉक्टर महिला को फॉलोअप मीटिंग के लिए बुलाकर, प्रेगनेंसी टेस्ट करते हैं। टेस्ट के दौरान डॉक्टर खून में एचसीजी की उपस्थिति की पुष्टि करते हैं। एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल होने पर जांच का परिणाम सकारात्मक आता है और खून में एचसीजी की उपस्थिति पाई जाती है।

भ्रूण स्थानांतरण के सकारात्मक संकेत – Positive Signs After Embryo Transfer in Hindi

भ्रूण स्थानांतरण के बाद आप खुद में कुछ सकारात्मक संकेतों को अनुभव कर सकती हैं। ये संकेत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आपने सफलतापूर्वक कंसीव यानी गर्भधारण कर लिया है। इन संकेतों में निम्न शामिल हैं:

  • हल्का खून आना (Spotting): कंसीव करने के बाद योनि से हल्की ब्लीडिंग यानी स्पॉटिंग होना सामान्य है। इसलिए आपको इससे घबराने की ज़रूरत नहीं है। यह ब्लीडिंग आमतौर पर गर्भधारण करने के 10-14 दिनों के बाद होती है जो कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक हो सकती है। अगर डिस्चार्ज होने वाले खून से बदबू आए तो आपको अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करनी चाहिए। 
  • थकान और कमजोरी: गर्भधारण करने के बाद हार्मोनल असंतुलन के कारण आपमें मानसिक और शारीरिक बदलाव आते हैं, जिससे आपको कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है। साथ ही, गर्भधारण के बाद शरीर में ब्लड का निर्माण बढ़ जाता है जिससे शरीर पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है। अधिक कमजोरी या थकान होने पर डॉक्टर से परामर्श करें। साथ ही, अपनी डाइट में बदलाव और पर्याप्त आराम करें।  
  • स्तनों में सूजन और संवेदनशीलता: गर्भधारण के शरूआती सकारात्मक संकेतों यानी लक्षणों में से एक है स्तनों में सूजन और संवेदनशीलता होना। हार्मोन में असंतुलन होने के कारण स्तनों में बदलाव आता है जिससे उनमें सूजन आ जाती हैं और वे संवेदनशील हो जाते हैं। यह एक सामान्य लक्षण है जिससे आपको परेशान होने की ज़रूरत नहीं है। ये लक्षण आपके स्तनों को ब्रेस्टफीड करने के लिए तैयार कर रहे होते हैं। 
  • हल्की ऐंठन (Mild Cramping): जैसे सामान्य पीरियड्स के दौरान आपको हल्की ऐंठन होती है, वैसे ही गर्भधारण करने के बाद भी आप इस लक्षण को अनुभव कर सकती हैं। यह इम्प्लांटेशन ब्लीडंग के कारण होता है। आप इस लक्षण को खुद में गर्भधारण करने के 6-12 दिनों के बाद देख सकती हैं। अगर आपको इससे अन्य दिक्कतें हों तो डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करें। 
  • मूड में बदलाव: यह गर्भधारण के सामान्य लक्षणों में से एक है जिसका मुख्य कारण है शरीर में होने वाला हार्मोनल बदलाव। जब एक महिला गर्भधारण करती है तो उसके शरीर में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं जिसका असर उसके मूड पर पड़ता है। यही कारण है कि गर्भवती महिला को बहुत मूड स्विंग होते हैं। एक पल में खुश तो अगले में दुखी और उदास। यह सामान्य है लक्षण है। इस लक्षण से निबटने में आप अपने दोस्तों और परिवार वालों की मदद ले सकती हैं।

इन सबके अलावा, आप अन्य लक्षणों को अभी अनुभव कर सकती हैं जो सकारात्मक भ्रूण स्थानांतरण की ओर इशारा करते हैं। साथ ही, आपको कुछ लक्षणों से अलर्ट रहने की ज़रूरत है। ये लक्षण अनुभव होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।

भ्रूण स्थानांतरण के असामान्य लक्षण

जहाँ एक तरफ सफल भ्रूण स्थानांतर के बाद आप खुद में कुछ लक्षणों को अनुभव करती हैं। वहीं, दूसरी ओर इसके असफल होने पर भी कुछ असामान्य लक्षणों को अनुभव किया जा सकता है जैसे कि:

  • अत्यधिक रक्तस्राव: भूर्ण स्थानांतरण के बाद भ्रूण के यूटेराइन वॉल पर सही से नहीं जुड़ने पर हेवी ब्लीडिंग होती है। यह एक गंभीर लक्षण है जिसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए।  
  • तेज़ ऐंठन: हल्की ऐंठन होना सामान्य है, लेकिन अगर भ्रूण स्थानांतरण के बाद आपको गंभीर ऐंठन या दर्द का सामना करना पड़ रहा है तो यह किसी कॉम्प्लिकेशन का लक्षण हो सकता है। 
  • बार-बार उल्टी होना: कभी-कभी मितली और उल्टी होना सामान्य है, लेकिन बार-बार ऐसा होना भ्रूण स्थानान्तरण फेल्योर की ओर इशारा है जिसे जल्द से जल्द अड्रेस करना चाहिए। 
  • तेज़ बुखार: जब भ्रूण स्थानांतरण असफल होने पर आपको तेज़ बुखार की समस्या हो सकती है। ऐसे में अपने डॉक्टर से मिलें और उन्हें अपने लक्षणों के बारे में बताएं। 
  • पेट में तेज दर्द: भ्रूण स्थानांतरण के असामान्य लक्षणों में पेट में दर्द होना शामिल है। यह जटिलताओं की ओर इशारा हो सकता है, इसलिए यह लक्षण अनुभव होने पर डॉक्टर से मिलने की सलाह दी जाती है।

इन सबके अलावा, एब्नॉर्मल डिस्चार्ज होना सांस लेने में दिxक्कत होना भी भ्रूण के असफल स्थानांतरण का संकेत हो सकते हैं।

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद प्रेगनेंसी के लक्षण

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद एक महिला खुद में प्रेगनेंसी के अनेक लक्षणों को अनुभव कर सकती है। इसमें मुख्य रूप से निम्न शामिल हैं:

  1. ऐंठन: पेल्विक क्षेत्र में ऐंठन होना इस बात की ओर एक इशारा हो सकता है कि आईवीएफ उपचार सफल रहा। हालाँकि, कुछ महिलाओं को आईवीएफ उपचार के कारण भी पेल्विक क्षेत्र में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
  2. ब्लीडिंग: एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल होने पर एक महिला की योनि से हल्की ब्लीडिंग होती है। योनि से हल्की ब्लीडिंग होना इस बात की पुष्टि करता है कि एम्ब्र्यो युटरीन लाइनिंग में इम्प्लांट हो गया है।
  3. जी मिचलाना: जी मिचलाना और मॉर्निंग सिकनेस जैसे लक्षण नजर आना एम्ब्र्यो ट्रांसफर की सफलता का संकेत है। लेकिन एम्ब्र्यो ट्रांसफर के तुरंत बाद इन लक्षणों का आना बुरा भी हो सकता है।
  4. स्तनों में दर्द: गर्भधारण करने के बाद एक महिला के स्तनों में काफी बदलाव आते हैं जैसे कि स्तनों का कोमल होना, उनका आकार बढ़ना, उनमें हल्का सूजन आना, उन्हें छूने में हल्का दर्द होना आदि।
  5. कमजोरी और थकान: एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद महिला का कमजोरी और थकान महसूस करना भी गर्भावस्था की ओर इशारा कर सकते हैं। अगर आप उचित खान-पान के बाद भी कमजोरी और थकान महसूस करती हैं तो आपके गर्भवती होने की अधिक संभावना है।
  6. बार-बार पेशाब लगना: बार-बार पेशाब करने की आवश्यकत महसूस होना शुरुआती गर्भावस्था की सफलता की ओर इशारा करता है। एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद गर्भधारण करने पर रात के समय पेशाब करने की आवश्यकता बढ़ सकती है।
  7. सूजन: एम्ब्र्यो ट्रांसफर करने बाद जब महिला गर्भवती होती है तो उसके पेट में सूजन की शिकायत हो सकती है। यह सूजन फर्टिलिटी ड्रग्स के कारण हो सकता है।
  8. पीरियड मिस होना: आईवीएफ उपचार के बाद अगर आपके पीरियड समय पर नहीं आते हैं तो इस बात की अधिक संभावना है कि आप गर्भवती हैं।

अगर आप एम्ब्र्यो ट्रासंफर के बाद ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण को खुद में अनुभव करती हैं तो इस बात का अंदाजा लगा सकती हैं कि आपने गर्भधारण कर लिया है।

क्या एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद कोई लक्षण नहीं होना सामान्य है?

हाँ, एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद कोई लक्षण न होना बहुत सामान्य है। प्रत्येक व्यक्ति का शरीर अलग होता है और प्रत्येक व्यक्ति के शरीर पर उपचार की प्रतिक्रिया भी भिन्न होगी। इसलिए, भ्रूण स्थानांतरण के बाद एक महिला में शून्य लक्षण होना और फिर भी सकारात्मक गर्भावस्था होना आम बात है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आईवीएफ उपचार के दौरान रोगी को पूरक के रूप में दिए जाने वाले एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के सेवन की उपस्थिति के कारण कई लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ रोगियों को पूरे 2 सप्ताह तक इंतजार करने के बाद भी कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है। अंत में, एक सकारात्मक गर्भावस्था परीक्षण यह निर्धारित करने का एकमात्र निश्चित तरीका है कि आपका भ्रूण स्थानांतरण सफल रहा या नहीं।

प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें?

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद, आमतौर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने से पहले लगभग 10-14 दिन इंतजार करने की सलाह दी जाती है। इससे एम्ब्र्यो को इम्प्लांट होने और शरीर को ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) की पुष्टि करने योग्य स्तर का उत्पादन करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है, जो हार्मोन प्रेगनेंसी का पता लगाता है। बहुत जल्दी प्रेगनेंसी टेस्ट करने से गलत रिजल्ट आ सकते हैं, क्योंकि एचसीजी का स्तर अभी तक प्रेगनेंसी का पता लगाने के लिए पर्याप्त नहीं हो पाता है।

निष्कर्ष

एम्ब्र्यो ट्रांसफर की सफलता आपके आईवीएफ उपचार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यदि एम्ब्र्यो ट्रांसफर सफल होता है, तो आपको कई सकारात्मक संकेत और लक्षण महसूस होने की संभावना है, जिनके बारे में लेख में बताया गया है। हालाँकि, यह हमेशा सलाह दी जाती है कि आप अपने प्रजनन चिकित्सक से परामर्श करें और प्रक्रिया की बेहतर समझ हासिल करें और भ्रूण स्थानांतरण के बाद सकारात्मक संकेतों को समझें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद कैसे सोना चाहिए?

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद आप जैसे चाहें वैसे, किसी भी पोजीशन में (पेट के बल, पीठ के बल, दाएं या बाएं करवट लेकर) नींद सो सकती हैं।

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद क्या खाना चाहिए?

एम्ब्र्यो ट्रांसफर के बाद आपको अनार, अंडा, पालक, अखरोट, चिया का बीज, विटामिन ए से भरपूर आहार जैसे कि गाजर, ब्रोकली आदि का सेवन करना चाहिए।

एम्ब्रायो ट्रांसफर के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है?

प्रेगनेंसी के लक्षण 10-14 दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट से पता चल सकते हैं।

भ्रूण स्थानांतरण के 13 दिन बाद के लक्षण क्या हैं?

हल्का रक्तस्राव, थकान, ऐंठन, स्तनों में कोमलता और मतली संभावित प्रेगनेंसी के लक्षण हो सकते हैं।

Our Fertility Specialists