शुरुआती परामर्श के दौरान डॉक्टर आपसे लक्षणों और जीवनशैली से संबंधित कुछ प्रश्न पूछते हैं और आपकी मेडिकल हिस्ट्री समझते हैं। उसके बाद, कुछ जरूरी टेस्ट की सलाह दी जाती है।
Pushpanjali Arcade, ABC Bus stop, GS Rd, Guwahati, Assam 781005
हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोन होते हैं, जो अलग-अलग ग्रंथियों (glands) से निकलते हैं। ये हार्मोन शरीर के कई जरूरी काम करते हैं, जैसे मेटाबॉलिज्म, प्रजनन, मूड, भूख, नींद और शरीर का तापमान कंट्रोल करना। जब इन हार्मोनों का स्तर शरीर में बहुत कम या बहुत ज्यादा हो जाता है, तो उसे हार्मोनल असंतुलन कहा जाता है। यह असंतुलन शरीर के कामकाज को बिगाड़ सकता है और कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है।
हार्मोनल असंतुलन के कई कारण हो सकते हैं। कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं:
इस समस्या के लक्षण व्यक्ति के हार्मोन और शरीर पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
महिलाओं में:
पुरुषों में:
सभी में सामान्य लक्षण:
हार्मोनल असंतुलन कई तरह के हो सकते हैं, जैसे कि:
Guwahati, Assam
MBBS, DNB (Obstetrics and Gynaecology), DGO
Guwahati, Assam
MBBS, MS (Obstetrics & Gynaecology)
गुवाहाटी में हार्मोनल असंतुलन के इलाज के लिए कई विशेषज्ञ डॉक्टर और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इलाज व्यक्ति के लक्षण, उम्र और हार्मोन रिपोर्ट पर निर्भर करता है।
इलाज के तरीके:
इस समस्या से बचाव इलाज से बेहतर है। कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप हार्मोनल असंतुलन से बच सकते हैं:
1. संतुलित आहार लें
सही खानपान आपके हार्मोन को संतुलन में रखने में बहुत मदद करता है।
नुकसानदेह चीज़ें जैसे ज्यादा तला-भुना, मीठा और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
2. व्यायाम करें
शारीरिक गतिविधि से न सिर्फ शरीर फिट रहता है, बल्कि हार्मोनल संतुलन भी बना रहता है।
नियमित व्यायाम से इंसुलिन, थायराइड और प्रजनन से जुड़े हार्मोन संतुलित रहते हैं।
3. नींद पूरी करें
नींद शरीर की मरम्मत और हार्मोनल संतुलन के लिए बहुत जरूरी है।
रात में मोबाइल, टीवी या लैपटॉप से दूरी बनाकर सोने की आदत डालें।
4. तनाव कम करें
ज्यादा मानसिक तनाव हार्मोनल असंतुलन का एक बड़ा कारण है।
हर दिन 15-20 मिनट सिर्फ अपने लिए समय निकालना तनाव को कम करता है।
5. केमिकल फ्री उत्पाद का इस्तेमाल करें
कई बार हमारे स्किन केयर, हेयर केयर या घरेलू सफाई उत्पादों में मौजूद केमिकल्स शरीर के हार्मोन पर बुरा असर डालते हैं।
त्वचा पर जो भी लगाया जाता है, वह शरीर में भी असर करता है – इसलिए सुरक्षित विकल्प चुनें।
6. नियमित जांच कराएं
कई बार हार्मोनल असंतुलन का पता समय पर नहीं चलता, जिससे समस्या बढ़ सकती है।
समय रहते जांच कराने से बीमारी की शुरुआत में ही इलाज संभव होता है। इन सभी उपायों को अपनाकर आप अपने हार्मोन को संतुलन में रख सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन को नजरअंदाज़ न करें।
बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ देश की सबसे तेजी से बढ़ती और विश्वसनीय आईवीएफ चेन है, जो 37+ शहरों में मौजूद है — जैसे कि दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, गुरुग्राम और बेंगलुरु। हम अब तक 2.3 लाख+ परिवारों को माता-पिता बनने की इस खूबसूरत यात्रा में सहयोग दे चुके हैं — वो भी भरोसे, संवेदनशील देखभाल और एडवांस ट्रीटमेंट्स के साथ।
बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ में हमारा फोकस है, हर दम्पति को उनकी जरूरत के अनुसार पर्सनलाइज्ड और एक्सपर्ट गाइडेंस देना। हमारी टीम पेशेंट-फर्स्ट अप्रोच के साथ आपको मिलती है भरोसेमंद और सही इलाज की सुविधा।हमारी खासियत:
अगर आप अपनी फर्टिलिटी हेल्थ को लेकर परेशान हैं और उससे छुटकारा पाने के लिए सर्वोत्तम उपचार चाहते हैं, तो हमसे बेझिझक संपर्क करें। बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ में पेरेंटहुड की उम्मीद को मिलती है एक नई उड़ान।