पिछले कुछ सालों में खासकर वयस्कों की जीवनशैली और खान-पान में काफी बड़ा बदलाव आया है। आज के ज्यादातर युवाओं की जीवनशैली में शराब, सिगरेट, कॉफी, फ़ास्ट फूड्स और कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन एक बड़ा हिस्सा बन चूका है।
हालाँकि, यह खासकर शहर में रहने वाले वयस्कों में देखने को मिलता है। जब शारीरिक बीमारियों की बात आती है तो लोग अक्सर दिल, किडनी, हड्डियों, आँखों और नाक आदि से संबंधित बिमारियों, कैंसर, डायबिटीज तथा हाई ब्लड प्रेशर आदि के बारे में ही सोचते हैं।
हालाँकि, यह सच है कि ख़राब जीवनशैली या गलत खान-पान की आदतों से अनेक शारीरिक बीमारियां होती हैं। लेकिन यह भी सच है कि इन कारणों से प्रजनन स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
तनाव वयस्कों के जीवन का लगभग एक हिस्सा सा बन चूका है। पर्स्नल या प्रोफेशनल जीवन में तालमेल न होने पर वयस्क तनाव का शिकार बन जाते हैं। तनाव खुद प्रजनन क्षमता को प्रभावित तो करता ही है।
साथ ही, तनाव में आकर वयस्क अक्सर कुछ आदतें बना लेते हैं जैसे कि अत्यधिक कैफीन का सेवन करना आदि।
अत्याधिक मात्रा में कैफीन का सेवन पुरुष और महिला दोनों की प्रजनन क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है जिसके कारण एक दंपति की प्राकृतिक रूप से गर्भधारण करने की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।
आइए, इस ब्लॉग में हम प्रजनन क्षमता पर कैफीन के प्रभाव को अच्छी तरह समझने की कोशिश करते हैं।
कैफीन प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है
कैफीन एक ऐसा पदार्थ है जो स्वाभाविक रूप से कई पौधों की पत्तियों, बीजों और फलों में मौजूद होता है, जहाँ यह शाकनाशी और कीट विकर्षक के रूप में कार्य करता है। यह प्राकृतिक रूप से चाय की पत्तियों, कोको बीन्स, कॉफी बीन्स, ग्वाराना, चॉकलेट और कोला नट्स में भी पाया जाता है।
कैफीन आज लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बना चूका है अब वह चाहे चाय-कॉफी की शक्ल में हो अन्य किसी और रूप में। व्यापक शोध के मुताबिक, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है की कैफीन का सेवन किस तरह पुरुष या महिला की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है।
हलांकि, शोध से इस बात की पुष्टि अवश्य हुई है कि कैफीन का अत्याधिक सेवन करने से गर्भावस्था में देरी, गर्भपात, मृत शिशु का जन्म (स्टीलबर्थ) और जन्म के दौरान शिशु का वजन कम होने आदि जैसे समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाए रखने और गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर एक दिन में 200 मिलीग्राम या उससे भी कम कैफीन के सेवन की सलाह देते हैं।
अगर आपको किसी भी कारणवश गर्भधारण करने में दिक्कतें आ रही हैं तो आप बिरला फर्टिलिटी एंड आईवीएफ के एक्सपर्ट से परामर्श कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ से परामर्श करने के लिए आप इस पेज के ऊपर दाहिनी तरफ दिए गए बुक अपॉइंटमेंट फॉर्म या मोबाईल नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
अनेक कारणों से गर्भधारण करने में दिक्कतें आ सकती है। समय पर उचित जांच और उपचार से प्रजनन संबंधित समस्याओं की पुष्टि करके उन्हें दूर किया जा सकता है। विशेषज्ञ का मानना है कि प्रजनन संबंधित समस्याओं में देरी करने पर गर्भधारण करने और उपचार के सफल होने की संभावना कम होती है। इसलिए प्रजनन संबंधित समस्या होने पर आपको जल्द से जल्द विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करनी चाहिए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रेगनेंसी में कॉफी पीने के क्या फायदे हैं?
प्रेगनेंसी के दौरान कॉफी का सेवन करने से कुछ विशेष फायदा नहीं होता है, लेकिन कुछ महिलाओं को कॉफी पीने की आदत होती है। ऐसे में कॉफी का सेवन करने से उनका तनाव कम हो सकता है, शरीर में फुर्ती आ सकती है और एनर्जी लेवल बढ़ सकता है।
क्या प्रेगनेंसी में चाय पी सकते हैं?
हाँ. प्रेगनेंसी में चाय पी सकते हैं, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आप अत्याधिक मात्रा में इसका सेवन न करें। क्योंकि उससे आपको गैस, कब्ज और दूसरी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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